उदयपुर. केंद्र व राज्य सरकार से जीएसटी लागू होने से पूर्व ही मार्बल व ग्रेनाइट को 28 प्रतिशत के दायरे से कम करने की मांग कई बार मार्बल एसोसिएशन ने की। लेकिन, सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। अनिश्चितकाल की हड़ताल पर जाने की चेतावनी देने के बाद भी सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिली। इससे नाराज मार्बल व्यापारियों ने शनिवार से अपने कारोबार पर ताले लगा दिए। इससे प्रदेश के साथ पड़ोसी राज्य गुजरात के मार्बल व्यापारी भी हड़ताल पर आ गए। प्रदेश में 50 हजार करोड़ का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया। सरकारी खजाने में रॉयल्टी से लेकर आने वाले सारे राजस्व रूक गए हैं। इसके चलते इस कारोबार से दिहाड़ी कर दो जून की रोटी कमाने वाले मजदूर पर संकट सबसे पहले आया है। मार्बल एसोसिएशन अध्यक्ष तेजेंद्रसिंह रोबिन ने कहा कि मार्बल व्यवसायी अनिश्तिकालीन हड़ताल पर उतर गए हैं। उदयपुर में यूनिट्स बंद हैं, उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया गया है । पूरे राजस्थान में इस बिजनेस में 50 हजार करोड़ का इंवेस्टमेंट है। इस व्यवसाय से करीब 50 लाख लोग जुड़े हैं। मजदूरों का क्या होगा, वे कैसे अपना गुजारा करेंगे। उन्होंने सरकार से मांग कि वे मार्बल व्यवसाय को संजीवनी बूटी दें, वरना ये मार्बल व्यवसाय खत्म हो जाएगा।
जीएसटी की विसंगतियों से नाराज अनाज व्यापारियों ने शनिवार से तीन दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। प्रदेश व्यापी आह्वान पर उदयपुर की मण्डी भी अब तीन दिन तक बंद रहेगी।
श्रीव्यापार मंडल कृषि उपज मंडी अनाज उदयपुर के अध्यक्ष संजय भंडारी ने बताया कि शनिवार से जीएसटी के विरोध में कृषि उपज मंडी अनाज पूरी तरह से बंद रहेगी । लोडिंग-अनलोडिंग भी पूर्ण बंद रहेगा । इससे रोजाना दस करोड़ का टर्न ओवर प्रभावित होगा।