उदयपुर। शिक्षक बनने के लिए परीक्षार्थी तरह तरह के जतन करते नजर आये। इसी कड़ी में शहर के बीएन कॉलेज में बने परीक्षा केंद्र पर एक प्रसूता महिला दितीय चरण में आयोजित हुई परीक्षा में अपने कुछ घंटे पहले जन्मे नवजात को लेकर पहुची। इस महिला के जज्बे को देखकर परीक्षा केंद्र में मोजूद सभी परीक्षार्थी अचंभित हो गये। यही नहीं इस परीक्षा में बेठने के लिए इस प्रसूता ने अपने नवजात बच्चे के साथ 100 किमी का सफ़र भी तय किया। उदयपुर जिले के सेमारी गाव की रहने वाली निर्मला मीणा नाम की इस महिला ने आज तडके 3.30 बजे ऋषभदेव चिकित्सालय में एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन इस महिला ने अपने दर्द को भूलाकर और अपने शरीर की चिंता किये बगेर इस परीक्षा में बेठने का निर्णय लिया। हालंकि डॉक्टर ने निर्मला को तबियत ठीक नहीं होने का हवाला देकर सफ़र नहीं करने की हिदायत दी। लेकिन निर्मला ने डॉक्टर की नसीहत को दरकिनार कर इस परीक्षा में बेठने का निर्णय लिया। इस दौरान निर्मला के साथ उसके परिवार के लोग और उसे ट्यूशन पढ़ाने वाला शिक्षक भी मोजूद थे। निर्मला को पढ़ाने वाले शिक्षक ने कहा की निर्मला ने इस परीक्षा को उतीर्ण करने के लिए काफी मेहनत की हे। ऐसे में आज सुबह ही डिलेवरी होने से ये काफी नर्वस हो चुकी थी लेकिन इसके जज्बे ने आखिर निर्मला को परीक्षा केंद्र तक पंहुचा दिया।
बच्चे को जन्म देते ही हिम्मत जुटा कर चली आई परीक्षा देने
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