उदयपुर.राजस्थान के उदयपुर के पास कानोड़ गांव में एक लड़के और शादी शुदा लड़की के कपड़े उतारकर गांव में घुमाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि दोनों को दो दिन तक रस्सी से बांधकर रखा गया था।
शादीशुदा लड़की और उसके प्रेमी को गांव वाले 3 दिन पहले पकड़कर लाए थे।
दोनों को लोगों ने पहले रस्सी से बांधा, फिर कपड़े उतारे और गांव भर में घुमाया।
लोगों की दरिंदगी यही कम नहीं हुई, उन्होंने दो दिन तक माता के मंदिर के सामने रस्सी से बांधे रखा।
लड़के को उसके परिवार वाले 80 हजार रुपए में बुधवार शाम गांव वालों के कब्जे से छुड़वाकर लाए।
जबकि लड़की को छुड़वाने के लिए पहुंची मां, दो भाइयों सहित छह लोगों को भी कमरे में बंधक बना लिया। जिन्हें गुरुवार सुबह कानोड़ पुलिस छुड़वाकर लाई।
लड़की अब तक गांव वालों के कब्जे में बताई जा रही है।
तीन दिन तक मामले से बेखबर रही पुलिस ने गुरुवार देर रात छह लोगों सहित अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला
– बताया गया कि पीड़ित लड़का 28 साल का लालू राम है, जो 17 जून को 26 साल की शांता उर्फ भूरी के साथ भाग गया था।
– गांव के लोग इन्हें 20 जून सुबह भटेवर के पास से पकड़कर कसोटिया गांव में लाए और दोनों को मंदिर के सामने बांध दिया।
– फिर इनके कपड़े उतारकर उन्हें पूरे गांव में घुमाया गया।
– पूरा दिन और रात बांधे रखने के बाद बुधवार सुबह सूचना मिलने पर लड़के के परिवार वाले कसोटिया गांव पहुंचे। तब तक भी दोनों बिना कपड़ों के बंधे हुए थे।
– युवक को छोड़ने के बदले गांव वालों ने दो लाख रुपए की मांग की गई। इसके बाद 80 हजार रुपए देकर परिवार वाले युवक को गांव वालों से छुड़वाकर लाए।
पहले भी हो चुकी ऐसी घटनाएं
– राजस्थान के राजसमंद के थुरावड़ में महिला को कपड़े उतारकर गधे पर बैठाया था। मामला संयुक्त राष्ट्र संघ तक पहुंचा था।
– वहीं, इसके पहले राजस्थान के ही सेमारी में लड़के-लड़की के कपड़े उतारकर पेड़ से बांधा था।
– डबोक इलाके में भी महिला का मुंह काला कर बाल काटे थे।
– वहीं, इसके पहले राजस्थान के ही सेमारी में लड़के-लड़की के कपड़े उतारकर पेड़ से बांधा था।
– डबोक इलाके में भी महिला का मुंह काला कर बाल काटे थे।
लड़की के भाई से सिर्फ रिपोर्ट ली…
– घटना के बाद लड़की के भाई से सिर्फ रिपोर्ट ले ली गई, लेकिन मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया।
– लापरवाही की हद है कि इस शर्मनाक घटना के बाद भी आला अफसरों ने घटनास्थल पर पहुंचना तक मुनासिब नहीं समझा।
– पुलिस गुरुवार देर रात तक लड़की को बरामद करने की योजना ही बनाती रही।
– लापरवाही की हद है कि इस शर्मनाक घटना के बाद भी आला अफसरों ने घटनास्थल पर पहुंचना तक मुनासिब नहीं समझा।
– पुलिस गुरुवार देर रात तक लड़की को बरामद करने की योजना ही बनाती रही।
बहुत ही शर्मनाक घटना है जितनी नींदा कि जाये उतनी कम है
उदयपुर मे गृहमंत्री जी गृह क्षेत्र होने के बावजूद इस तरह की घटना घटीत होना बहुत शर्मनाक बात है और भाजपा की महिला मोर्चां की प्रदेश उपाध्यक्ष भी इसी क्षेत्र से है फिर महिलाओ की ये कैसी सुरक्षा आये दिन ऐसी घटनाऐ घटीत हो रही है कि समाज का हर वर्ग आहत हुआ बेटियो डर का वातावरण बन गया है कही शिक्षा के आन्दोलन करना पड़ रहा है बेटियो को फिर यह नारा क्यो बेटि बचाओ बेटी बच गई तो समाज ठेकेदार उसकी इज्जत तार तार करेगे ????????(((