माइंस के प्रशासनिक भवन के कांच फोड़े
पुलिस व आक्रोशित ग्रामीणों के बीच लाठी-भाटा जंग
अचेत हुए 10 जनों उदयपुर रेफर, हालत खतरे से बाहर
उदयपुर/राजसमंद, ४ जनवरी। हिंदुस्तान जिंक की दरीबा माईंस के लीड ब्रांच में शुक्रवार दोपहर दो बजे एक लीकेज पाइप से गैस रिसाव होने से दो जनों की मौत हो गई। घटना में करीब 10 जने गैस रिसाव से अचेत हो गए जिन्हें उपचार के लिए उदयपुर लाया गया। जहां सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
दरीबा माइंस में हादसे की सूचना मिलने पर आक्रोशित ग्रामीण मौके पर पहुंचे और माइंस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और अस्पताल व माइंस के प्रशासनिक भवन में पथराव कर कांच फोड दिए। वहीँ सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस दल तथा ग्रामीणों के बीच कई बार लाठी-भाटा जंग होने की सूचना है। ग्रामीणों ने माइंस परिसर में कुछ जगह पुराना सामान लगा कर आग भी लगा दी। हालात को देखते हुए जिला मुख्यालय से पुलिस अधिकारी व जाब्ता मौके पर तैनात कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार दरीबा माइंस के लेड ब्रांच के कामकाज को मोनार्क कम्पनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। शुक्रवार दिन में वहां काम चल रहा था इसी दौरान एक पाईप से विषैली गैस का रिसाव होना शुरू हो गया। श्रमिकों ने रिसाव को रोकने का प्रयास किया लेकिन वहां कम्पनी का इंचार्ज, पर्यवेक्षक नहीं होने से गैस रिसाव को काबू में नहीं किया जा सका।
मौके पर ही कोटडी निवासी देवीलाल पुत्र हजारीलाल सालवी एवं भीम थाना क्षेत्र के कूकरखेडी गांव निवासी माधुसिंह की मौके पर मृत्यु हो गई। वहीं समीप ही खाना खा रहे श्रमिकों को इसकी भनक लगने पर वे अपने साथियों को बचाने पहुंचे। इस दौरान विषैली गैस से करीब 10 जने अचेत हो गए। सभी घायलों को उदयपुर के लिए रवाना किया गया।
माइंस में हादसे की सूचना मिलने पर माइंस कर्मचारी, ग्रामीण मौके पर पहुंचे और माइंस प्रशासन की लापरवाही से हादसे होने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल व प्रशासनिक भवन पर भी पथराव कर कांच तोड दिए। सूचना मिलने पर रेलमगरा थानाधिकारी व पुलिस दल मौके पर पहुंचा और समझाइश का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों के आगे उनकी एक नहीं चली। वहीं लगातार ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे पथराव के आगे पस्त थानाधिकारी ने जिला मुख्यालय पर सूचना देकर अतिरिक्त जाप्ता मंगाया। सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय से पुलिस अधिकारी व दल मौके पर पहुंचा लेकिन ग्रामीणों ने उनके पहुंचने पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस दल ने ग्रामीणों पर लाठियां बजाते हुए खदेडने का प्रयास किया। बताया गया कि ग्रामीणों व पुलिस के बीच कई बार लाठी भाटा जंग होता रहा। जिला मुख्यालय से पहुंचे एक और अतिरिक्त दल करीब पौने चार बजे दरीबा पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीणों ने उस पर पथराव कर उसके कांच फोड दिए। दल जिस दिशा से आया था उसी दिशा से वापस लौटने को मजबूर हो गया। स्थिति बेकाबू होगई तथा पुलिस व प्रशासन नियंत्रण में लाने की कोशिश में जुटे हुए रहे।
उदयपुर संवाददाता के अनुसार हिंदुस्तान जिंक के दरीबा माइंस में विषैली गैस रिसाव से अचेत हुए प्रोसेस एसोसिएट दौसा निवासी निरज (29) पुत्र सुभाष अग्रवाल, इंजिनियर गौरव(24) पुत्र गिरीराज विजय, प्रोसेस एसोसिएट जोधपुर निवासी मुकेश सिगेरिया (25) पुत्र कालूराम, फलासिया निवासी रतन (30) पुत्र श्यामलाल, वेल्डर कपासन निवासी शिवलाल (29) पुत्र देवीलाल माली, नागौर निवासी मनोज (30) पुत्र जेठूसिंह, रतलाम निवासी दशरथ कीर (29) पुत्र रामसिंह, कोटडी निवासी शंकरलाल जाट (32) पुत्र माधूजी, राजपुरा निवासी जगदीश(26) पुत्र रामलाल जाट, किशन जाट(28) को उपचार के लिए उदयपुर के एक निजी चिकित्सालय लाया गया जहां सभी घायलों की खतरे से बाहर बताई गई है।
घटना के बाद श्रमिक नेता मांगीलाल अहीर सहित सैंकडों श्रमिकों की भीड चिकित्सालय परिसर के बाहर जमा हो गई। सूचना मिलने पर हाथीपोल थानाधिकारी गोवर्धन लाल मय जाप्ता भी मौके पर पहुंचे।
विधायिका ने पूछी कुशलक्षेम: घटना की जानकारी मिलने पर राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल पहुंचे घायलों से मिली एवं उनसे घटना की सम्पूर्ण जानकारी ली। पत्रकारों से मुखाबित होते हुए विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि हादसे में हुई लापरवाही की सम्पूर्ण जांच की जाएगी। यदि माइंस मालिकों द्वारा श्रमिकों को उचित सुविधा एवं किट मुहैया नहीं कराए जा रहे है प्राथमिकता यही रहेगी कि सबसे पहले कार्य करने वाले श्रमिकों को उचित संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। किरण ने यह भी कहा कि गैस रिसाव की घटनाएं बढती जा रही है।