तीन घंटे तक अफरा-तफरी, बलीचा-प्रतापनगर बाइपास की दुकानें रहीं बंद, बड़ा हादसा टला
उदयपुर। बलीचा-प्रतापनगर बाइपास रोड पर एकलिंगपुरा चौराहे के पास आज सुबह करीब नौ बजे एलपीजी टैंकर लीकेज हो जाने से अफरा-तफरी मच गई। तीन घंटे तक रास्ते जाम रहें। दुकानें और घरों से लोगों निकालकर दूर भेजा गया। बाद में टैंकर के ड्राइवर ने ही अपनी जान जोखिम में डालते हुए टैंकर के ऊपर चढक़र लीकेज बंद किया। बाद में साढ़े 11 बजे टैंकर को इंडियन गैस प्लांट में रिपेयर के लिए भेजा।
बलीचा बाइपास पर एकलिंगपुरा चौराहा और गीतांजलि हॉस्पीटल के बीच भावनगर गुजरात से उत्तर प्रदेश जा रहे एक गैस टैंकर में अचानक रिसाव शुरू हो गया। टैंकर का ड्राइवर सवाईमाधोपुर निवासी अनिलसिंह को रिसाव की तेज आवाज़ आई, तो उसने तुरंत टैंकर रोककर ट्रैफिक रूकवाया और पुलिस को सूचना की। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मय जाब्ते के पहुंचे। गैस टैंकर के रिसाव को देखते हुए पुलिस ने आसपास का पूरा इलका खाली करवा दिया। दुकानों को भी बंद करवा दिया और घरों से लोगों को दूर भेज दिया। एकलिंगपुरा क्षेत्र के आसपास की बिजली लाइन को भी बंद करवा दिए। बाइपास पर आने वाले हर रास्ते पर नाकाबंदी कर रोक दिया गया। टैंकर से तीन घंटे तक रिसाव होता रहा, तब तक पुलिस और आसपास के लोगों की जान अटकी रही। साकरोदा स्थित इंडियन गैस प्लांट से लीकेज के एक्सपर्ट बुलवाए गए। जब गैस ज्यादा रिसने लगी और खतरा ज्यादा बढ़ गया। आखिर में टैंकर ड्राइवर ने ही अपनी जान पर खेलकर टैंकर के ऊपर चढ़ा और लीकेज वॉल को बंद किया और गैस लीकेज को रोका। तीन घंटे बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की जान में जान आई। ड्राइवर अनिलसिंह ने बताया कि तापमान बढ़ जाने से गैस का वॉल फट गया और गैस रिसने लग गई। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश भारद्वाज, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी बुनकर, डिप्टी सौभाग्यसिंह सहित गोवर्धनविलास, प्रतापनगर, हिरनमगरी के थानाधिकारी जाब्ते सहित मौजूद थे। नगर निगम के चार फायर ब्रिगेड गाडिय़ां भी मौके पर बुला ली गई।
सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टला : एलपीजी गैस टैंकर के रिसाव से होने से एक बड़ा हादसा आज पुलिस प्रशासन के अधिकारी और ड्राइवर की सूझबूझ से टल गया। तीन घंटे तक आसपास के लोग और पुलिस अधिकारियों की जान सांसत में अटकी रही। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही टैंकर से रिसाव शुरू होने की तेज आवाज आनी शुरू हुई, ड्राइवर अनिलसिंह ने खुली जगह में टैंकर रोक दिया, जहां बिजली के तार नहीं थे। पुलिस भी सूचना पाते ही मौके पर पहुंच गई और रिसाव को गंभीरता लिया। पुलिस ने पूरा इलाका खाली करवा दिया। यहां तक की आसपास के लोगों के मोबाइल तक भी बंद करवा दिए। आखिर में ड्राइवर ने ही हिम्मत करके टैंकर के ऊपर चढ़ा और वॉल को बंद किया। बाद में टैंकर को पुलिस और फायर ब्रिगेड के एस्कॉर्ट के साथ साकरोदा स्थित इंडियन गैस प्लांट में भेजा गया। जहां पर वॉल रिपेयर किया जाएगा। गैस का रिसाव इतना तेज था कि एक चिंगारी या छोटा-सा बिजली का शार्ट सर्किट बड़ा हादसे का कारण बन सकता था।