उदयपुर। शहर में मोटे तौर पर 1.60 लाख ऐसे गैस उपभोक्ता हैं, जिन्हें अब महंगे गैस सिलेंडर खरीदने पड़ सकते हैं। ये ऐसे उपभोक्ता हैं, जो रियायती 9 सिलेंडरों का उपयोग करने के करीब हैं। अधिकांश उपभोक्ताओं को इस माह या अगले महीने तक गैर रियायती सिलेंडर लेना पड़ेगा। शहर में करीब 5700 उपभोक्ता तो ऐसे हैं, जो 9 सिलेंडर का उपयोग करने के बाद गैर रियायती सिलेंडर लेने लगे हैं।
शहर में कुल 1.93 लाख गैस उपभोक्ता हैं। अधिकांश गैस उपभोक्ता नया वित्तीय वर्ष शुरू होने या रियायती सिलेंडरों की संख्या 12 होने का इंतजार कर रहे हैं। अधिक सदस्यों वाले परिवारों के सामने यह परेशानी ज्यादा आ रही है, जबकि करीब 27 हजार उपभोक्ता कम खपत के कारण रियायती सिलेंडरों का भी पूरा उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
इस माह गैस सिलेंडर पर बढ़े 221 रुपए :
इस महीने गैर रियायती सिलेंडर पर 221 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। दिसंबर में 1016 रुपए में मिला सिलेंडर इस माह 1237 रुपए में मिलने लगा है। डीबीटीएल के तहत हर उपभोक्ता को गैर रियायती दर से सिलेंडर लेना है, जबकि सब्सिडी उसके बैंक खाते में जमा होगी। गैर रियायती सिलेंडर की दर अंतरराष्ट्रीय बाजार पर निर्भर रहने के कारण बढ़ी
है।
बुकिंग कराकर सिलेंडर नहीं ले रहे उपभोक्ता :
डीबीटीएल लागू होने के बाद उपभोक्ता फोन पर बुकिंग कराने के बाद गैस सिलेंडर लेने से इनकार करने लगे हैं। सब्सिडी बैंक खाते में जमा हो रही है और उपभोक्ताओं को गैर रियायती दर से बिल मिल रहा है। अधिक राशि का बिल देख उपभोक्ता घर आए सिलेंडर को भी वापस लौटाने लगे हैं। नोकझोंक के बाद एजेंसी प्रतिनिधियों की समझाइश पर सिलेंडर लिए जा रहे हैं।
आगे क्या : 12 रियायती सिलेंडर होने का इंतजार
केंद्र सरकार की ओर से रियायती गैस सिलेंडरों की संख्या 9 से बढ़ाकर 12 करने की संभावना है। ऐसा होने की स्थिति में उन उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी, जो रियायती 9 सिलेंडरों का उपयोग कर चुके हैं । तेल कंपनियों के सेल्स ऑफिसर्स का कहना है कि फिलहाल इसमें किसी तरह के निर्देश नहीं हैं। तेल कंपनियों द्वारा डीबीटीएल योजना के तहत उपभोक्ताओं को फरवरी तक का समय दिया गया है।