उदयपुर. सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परिणाम और हाथ में आई अंकतालिकाओं में दिन-रात का अंतर है। परिणाम में जो छात्राएं उत्तीर्ण थीं, अंकतालिकाओं में उन्हें फेल कर दिया गया है।
इतना ही नहीं, 100 में से 18 अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को पास, जबकि 62 अंक पाने वाली छात्राओं को फेल कर दिया गया है। यह परेशानी एमजी कॉलेज की बीएन दर्शनशास्त्र ऑनर्स पार्ट द्वितीय की छात्राओं के साथ हुई है।
अंकतालिकाओं में सामने आई गड़बडिय़ों को लेकर जब ये छात्राएं सुविवि के परीक्षा विभाग में गईं, तब भी कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया। छात्राओं के सामने सबसे बड़ी समस्या इस बात की है कि उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश के लिए 14 दिसंबर तक आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी है।
छात्राओं ने बताया कि बीए ऑनर्स एवं बीए द्वितीय वर्ष की सभी छात्राओं को अनिवार्य विषयों में अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया गया है, जबकि ये सभी छात्राएं पास हैं।
पता लगाएंगे, छात्राएं समस्याएं बताएं
॥अंक तालिकाओं में सामने आई त्रुटियों के कारणों का पता लगाएंगे। छात्राएं निर्धारित फॉर्मेट में अपनी समस्या की जानकारी दें।
प्रो. आई.वी. त्रिवेदी, कुलपति, सुखाडिय़ा यूनिवर्सिटी
कैसी कैसी परेशानी
पहले तो परिणाम देरी से घोषित किया गया। आया तो उसमें भी काफी गड़बडिय़ां हैं। कई बार परीक्षा विभाग से संपर्क किया, लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। उत्तीर्ण होने के बावजूद कुल योग में कंपार्टमेंट लिखा है। कुछ छात्राओं के अनिवार्य विषयों में से अंक घटाकर वैकल्पिक विषयों में जोड़ दिए गए। बीए ऑनर्स, बीए द्वितीय वर्ष की सभी छात्राओं को अनिवार्य विषयों में फेल घोषित कर दिया गया है।
परीक्षा में मिले ऐसे नंबर की खुली रह गई छात्रों की आखें
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