कटारिया के भाषण को सुनने से पहले ही चल पडी ग्रामीण क्षेत्रों से आई भीड
शहरी कार्यकर्ताओं में भी खासा उत्साह नहीं देखा गया
उदयपुर। शनिवार को उदयपुर के गांधी ग्राउण्ड में आयोजित सरकार की सफलता के चार साल का जश्न चार घंटे तक चलता रहा। जिलेभर के जनप्रतिनिधियों के एक के बाद एक हुए भाषणों ने जनता को बोर कर दिया। अंत में भाषण देने आए कटारिया के भाषण के दौरान ही भीड धीरे-धीरे छंटने लगी और पीछे लगी काफी कुर्सियां खाली हो गई।
सरकार के जश्न में शामिल होने शहरवासियों की संख्या कम ही रही। ग्रामीण क्षेत्रों से लाई गई भीड ने ही समारोह की शोभा बढाई। विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से बसों द्वारा ग्रामीणों को इस जश्न में शामिल करने के लिए लाया गया जो प्रात: १० बजे ही आयोजन स्थल पर पहुंचना प्रारंभ हो गए। कार्यक्रम की शुरूआत निर्धारित समय से एक घंटा देरी से शुरू हुई। मुख्य अतिथि कटारिया ने पहले गांधी ग्राउण्ड में लगी सुराज प्रदर्शनी एवं अमृत हाट का शुभारंभ व अवलोकन किया। इसके पश्चात ग्राउंड में बनाए गए पांडाल में आयोजित सभा व संबोधन के लिए पहुंचे। दोपहर करीब १ बजे शुरू हुई इस कार्यक्रम में विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों का गुणगान करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का आभार जताया। विधायकों को कटारिया कम समय बोलने के लिए निर्देश देते रहे। इस बात को ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने अपने उदबोधन के दौरान चुटकी लेते हुए कहा कि मेरे पास मेरे विधानसभा क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों की लम्बी फहरिस्त है लेकिन कटारियाजी ने मुझे अपने भाषण और विकास योजनाओं को केवल पांच मिनट में ही बताने को कहा है। ऐसे में मैं आपके सामने सारे कार्यों को नहीं बता रहा हूं लेकिन जनता सब जानती है।
दूसरी ओर कटारिया द्वारा सभी संबोधनकर्ताओं को संक्षिप्त भाषण के निर्देश के बाद भी सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा १२ मिनट तक निर्बाध रूप से बोलते रहे। जिस पर मंच पर बैठे विधायक आपस में चर्चा करते देखे गए। लंबे हुए कार्यक्रम को देखते हुए धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों से आई जनता भी जाने लगी। अंत में कटारिया के भाषण के दौरान तो पाण्डाल में एकत्रित भी$ड आधी ही रह गई। पांडाल में आखिर में लगी अधिकांश कुर्सियां खाली हो गई।
मंच संचालक एवं आयोजकों के आपसी तालमेल के अभाव में मंच पर लाभार्थियों को दिए जाने वाले विभिन्न योजनाओं के स्वीकृत चैक एवं उपकरण एक-दूसरे के पास चले गए तथा मंच पर अव्यवस्था छा गई। जिस पर कटारिया ने निर्देश देकर व्यवस्था को सुचारू करवाया।
इस जश्न को लेकर शहरी कार्यकर्ताओं में भी खासा उत्साह नहीं देखा गया। कार्यक्रम के दौरान भाजपा के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मंच के सामने मौजूद रहे लेकिन एक के बाद एक हुए भाषणों के दौरान कई कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भी पांडाल से निकलकर बाहर मैदान में आपस में बतियात दिखाई दिए।