उदयपुर । अभद्र व्यवहार, जातिगत गालिया और अनुशासन हीनता के लिए आईजी ने अम्बामाता थाने के दो एएसआई और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। पीड़ितों ने आईजी को परिवाद दिया था जिसकी जांच ट्राफिक डिप्टी ने की जिसमे थाने के चारों लोगों पर लगाए आरोप सही पाए गए ।
पुलिस महानिरीक्षक आनंद श्रीवास्तव ने गुरुवार को आदेश जारी करते हुए अम्बामाता थाने के एएसआई कैलाश सिंह और डालचंद तथा कांस्टेबल सुरेश और चेना राम को निलंबित कर दिया। चारों ने कुछ दिन पूर्व थाने में कुछ लोगों पर जाती गत गालिया देते हुए जबरदस्ती १५१ का मामला दर्ज कर दिया था तथा उनसे अभद्र व्यवहार किया था। जिसकी बाद में पीड़ित आयड निवासी सरफराज मक्कड़ पुलिस महानिरीक्षक को परिवाद पेश किया था पुलिस महानिरीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच ट्राफिक डिप्टी रिछपाल सिंह को सोंप दी रिछपाल सिंह पे जांच में अम्बामाता थाणे के दो ए एस आई और दो कांस्टेबल को दोषी पाया। एक कांस्टेबल सुरेश कुमार उस वक़्त पहरे पर था और चेनाराम वायरलेस पर जिसने परिवादी सरफराज और अन्य को जातिगत गालियाँ दी। तथा थाने में आइओ और एक ए एस आई मोजूद थे उन्होंने भी दोष नहीं होते हुए भी शांति भंग का मामला दर्ज किया तथा दोनों पक्ष रजामंदी को तैयार थे इसके बावजूद मामला दर्ज किया।
क्या था मामला :
जानकारी के अनुसार करीब १० दिन पूर्व आयड निवासी मोहम्मद ओन एक अन्य बाइक सवार से सुखाडिया सर्कल पर टकरा गया, जब आपस में झगड़ रहे थे जिनको बाद में अम्बामाता थाने से आई पुलिस ने गाडी में बैठा कर थाने ले गए । जहाँ पर दोनों पक्षों के परिजन आगये और कुछ जन प्रतिनिधि भी पहुच गए और आपस में सुलह कर मामला दर्ज नहीं करवाने की बात कही जिस पर थाने में मोजूद संत्री कांस्टेबल सुरेश कुमार चेना राम और एएसआई ने मोहम्मद ओन के परिजन सरफराज अहमद सहित तिन पर बेवजह मामला दर्ज कर दिया और उन्हें जाती गत गाली गलोच कर अभद्र व्यवहार किया। सरफ़राज़ अहमद ने बाद में अगले दिन जमानत करवा कर पुलिस महानिरीक्षक आनंद श्रीवास्तव को परिवाद दिया जिसकी जांच आईजी ने ट्राफिक उपाधीक्षक रिछपाल सिंह को दी रिछपाल सिंह ने जांच में चारों को दोषी पाया जिस पर महानिक्षक ने उनको निलंबित कर दिया।
जातिगत गालिया देने पर चार पुलिस कर्मी सस्पेंड
Date: