उदयपुर, ’अपराधों की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम काइम,क्रिमीनल,ट्रेकिग एण्ड नटवर्किग सिस्टम’ की पूरे राज्य में शुरू होगा’ यह बात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(अपराध) कपील गर्ग ने बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि वार्षिक निरीक्षण के दौरान हुई अपराध समीक्षा बैठक में अपराधों की रोक थाम एवं अपराधियों की धरपकड के लिए विशेष रणनीति तैयार कर जिले को सुरक्षित रखने के उपयों पर चर्चा की गई। महिला सुरक्षा के संबंध में कहा कि देश में राजस्थान पहला राज्य है जहां पुलिस भर्ती में ३० प्रतिशत महिला आरक्षण का प्रावधान है जिसके चलते महिला कास्टेबलों की संख्या में बढोतरी हुई है इसके लिए महिला परिवादी को तुरंत मदद करने तथा अपराधी महिला के मामलों में तुरंत अन्वेशण कर अन्तिम मुकाम तक पहुचाने के अलावा शहर में महिला पर होने वाले अपराधों वाले क्षेत्रों को चिन्हीत कर निगरानी रखने, प्रत्येक थाने में महिला कास्टेबल तैनाती करने तथा उनकी मदद के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाईन नं १०९० जल्द शुरू कर उन्हें भयमुक्त करने का प्रयास किया जाएगा। राज्य में बढते अपराधों की रोकथाम के लिए आवश्यक पुलिस फोर्स के संबंधमें कहा कि गत वर्षो से हुई पुलिस भर्ती से प्रत्येक थानों में नफरी बढेगी तथा अपराधों के नियंत्रण में लाभ मिलेगा तथा काम की अधिकता से तनावग्रस्त पुलिस के लिए डिस ट्रेसिंग तकनीक से कम करने की बात कही।
उन्होंने बढती शराब तस्करी पर शतप्रतिशत अंकुश के लिए आर्थिक लाभ के चलते अपराधी सक्षम है,कुछ शराब पकडी है रोकथाम कर सकते है लेकिन बन्द करना संभव नहीं है। शराब तस्करी मामलों में एक्साईज एक्ट में सजा के प्रावधान होने से भय के चलते कमी आई है। राज्य में पुलिस को आधुनिक तकनीक से जोडने लिए कहा कि सरकार ने कम्पूयटर आधारित प्रोजेक्ट संचालन के लिए फंड उपलब्ध होने से बडे शहरों में सी सी टी वी केमरे लगाने के साथ ही राष्ट्रीय कार्यक्रम सी सी टी एन एस का राज्य में शुभारंभ जयपुर में कुछ स्थानों पर ऑन लाइन पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हो चुका है । जल्द ही क्राइम, क्रिमीनल, ट्रेकिन एण्ड नेटवर्किग सिस्टम से राज्य जुड जायेगा साथ ही सीमावर्ती प्रदेश पुलिस के समन्वय बैठकों से अपराधों पर अकुश लगा है जिसके चलते जिले में ३८ अपराधी पकडे जा चुके है।
गर्ग ने कहा कि जिले में संपत्ति संबंधी अपरोधों की बढोतरी हुई है जिस पर रोक थाम एवं अपराधियों की धरकपड के लिए विशेष रणनीति तैयार की है जिसके चलते सम्पत्ति समंबधी अपराधीयों को टार्गेट मानते हुए उनकी धरपकड कर अपराधों में कमी के प्रयास किये जायेगे।