उदयपुर। फिल्ड क्लब के चुनाव में चुनावी रण सज चुका है । वोटरों को लुभाने के लिए धनबल और जन बल का जम कर प्रयोग हो रहा है । सचिव का पद अब प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है । दोनों प्रत्याशी डॉ. अनुज शर्मा और एस. पी. छाजेड़ दोनों एड़ी से छोटी तक का जोर लगा रहे है । जहाँ एस पी छाजेड़ वर्त्तमान अपना पद कायम रखने के लिए हर दाव खेल रहे है । तो पूर्व में तीन बार सचिव रह चुके डॉ अनुज शर्मा अपने कायदे और क़ानून के बल पर एक फिर मैदान में है ।
फिल्ड क्लब चुनाव में इस बार शासन और अनुशासन के लिए लड़ा जा रहा है। क्लब के वरिष्ठ सदस्यों का कहना है, कि जहां एक और डॉ. अनुज शर्मा के समर्थक क्लब में अनुशासन की मांग के चलते उन्हें सचिव पद पर देखना चाहते है तो दूसरी और दूसरे पक्ष में एसपी छाबड़ा के समर्थक अपना जमा हुआ शासन खोना नहीं चाहते और इसी लड़ाई में एड़ी से छोटी तक का जोर लगाया जा रहा है। क्लब के अधिकतर सदस्य मानते है, कि डॉ. अनुज शर्मा एक अच्छे प्रशाशक है, जो क्लब में बिगड़े अनुशासन को सही कर सकते है, इसलिए उनका क्लब में सचिव पद पर होना आवश्यक हो गया है। इधर छाबड़ा के राजनैतिक रसूखदार समर्थक अपना पूरा जोर लगा रहे है कि दो वर्ष का जमा हुआ क्लब पर उनका शासन चलता रहे। और इसीलिए चुनाव में हर दाव पेंच आजमाए जारहे है।
पिछले दो साल में एस पी छाबड़ा के कार्यकाल के दोरान बिगड़े अनुशाशन से क्लब के अधिकतर सदस्य नाराज़ है । और कयास लगाये जारहे है कि यह नाराज़गी वह एस पी छाजेड़ के खिलाफ वोटिंग कर के ज़ाहिर करेगें । इस बार होने वाले चुनाव का मुख्य मुद्दा ही यह है कि पिछले दो सालों से क्लब में कोई भी १०० रूपये की रसीद काटकर क्लब में दाखिल हो जाता है। सदस्यों ने यह भी बताया कि वर्त्तमान कार्यकाल में एक परिवार ऐसे माहोल में सुरक्षित महसूस नहीं करता क्लब का हर सदस्य क्लब को अपना दूसरा घर मानता है। जहाँ वह शाम को या हफ्ते में एक दो बार परिवार सहित आकर समय बिता सके लेकिन अब १०० रूपये की रसीद के जरिये हर कोई क्लब में प्रवेश कर जाता है, जिससे की क्लब की व्यवस्थाएं बिगड़ती है।
क्लब के चुनाव ३० मार्चा को है और इसी दिन शाम को इनका परिणाम भी आजायेगा
फिल्ड क्लब का चुनावी पिच तैयार कोन होगा बोल्ड – छाबड़ा या अनुज….?
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