शहर के अम्बामाता थाना क्षेत्र में शराबी कालबेलिया युवकों ने पुरबिया कोलोनी निवासी पिता व पुत्र के साथ लठ्ठ व पत्थरों से हमला कर दिया। हमले में वृद्घ की मौत हो गई जबकि बीच-बीच करने आए परिजनों के भी चोंटे आई है। घटना को लेकर पुरबिया समाज के लोगों में आक्रोश है। रात भर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को पुरबिया समाज के लोगों ने घेरे रखा। सुबह तड़के तक पुलिस की कारवाई चली।
अंबामाता थाना क्षेत्र के मल्लातलाई की पूर्बिया कॉलोनी रोड पर मंगलवार रात साढ़े आठ बजे कालबेलिया जाति के लोगों ने 65 वर्षीय बुजुर्ग भंवरलाल पूर्बिया की लठ और सरिया मारकर हत्या कर दी। हत्या की खबर से माहौल गरमा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावर कालबेलिया जाति के लोग कॉलोनी के लोगों पर लठ, सरिया, खाली बोतलों और पत्थर से हमला करते रहे।
गजेंद्र के पिता भंवरलाल इस हमले के दौरान गिर गए थे, जिन पर भी कालबेलिया जाति की महिलाएं शराब की खाली बोतलें और सरिए मारती रही। जैसे तैसे बचाव कर पांच घायल निकलकर अस्पताल पहुंचे, जबकि अन्य को कालबेलिया जाति के लोगों ने पथराव कर कॉलोनी से बाहर नहीं निकलने दिया। गजेंद्र पर हमले की सूचना से बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल सहित खासी संख्या में वकील सहित समाजजन अस्पताल पहुंचे।
यहां भंवरलाल की मौत की सूचना के बाद माहौल बिगड़ गया। करीब डेढ़ सौ-दो सौ लोग मौके पर पहुंचे जिन्हें पुलिस जाब्ता ने रोक दिया। पुलिस इससे पहले ही कालबेलिया जाति के लोगों को थाने व सुरक्षित स्थानों पर ले जा चुकी थी। मौके व अस्पताल में एडीएम सिटी ओपी बुनकर, एएसपी राजेश भारद्वाज, सीआई मंजीत सिंह, जितेंद्र आंचलिया, राजेश शर्मा, चांदमल, राजेंद्र जैन, भारी जाब्ते के साथ देर रात तक तैनात रहे। पूर्व पार्षद कमलेश झावरिया, पार्षद चांदनी गौड़, अतुल चंडालिया, दुर्गेश गौड़ सहित कई पहुंचे।
मृतक भंवरलाल पूर्बिया स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त वरिष्ठ लिपिक था। मामला मृतक के वकील बेटे गजेंद्र पूर्बिया से शराब के लिए 500 रुपए मांगने की बात पर शुरू हुआ था। कालबेलिया युवकों ने वहां पहुंचे कॉलोनी के लोगों पर भी हमला कर लहूलुहान कर दिया। हमले में महिला सहित पांच लोग घायल हो गए। वारदात के बाद बिगड़े माहौल में सैकड़ों लोग कालबेलिया जाति के लोगों को खदेड़ने और झोपड़े तोड़ने पहुंचे, जिन्हें पुलिस ने रोक दिया। देर रात तक अस्पताल और मौके पर तनाव की स्थिति बनी रही।
अवैध रूप से बसे हैं कालबेलिया : आक्रोशित लोगों ने बताया कि वहां करीब पांच-सात झोंपड़ों में शंकर, भैरिया और पपला कालबेलिया के परिवार रहते हैं। ये आए दिन शराब पीकर उत्पात मचाते हैं, जिससे परेशान होकर पुलिस और प्रशासन में कई बार शिकायतें भी की गई। कोई कार्रवाई नहीं होने का नतीजा रहा कि मंगलवार रात क्लाइंट से मिलकर लौट रहे गजेंद्र को रात करीब साढ़े आठ बजे वसूली के लिए युवकों ने रोककर हमला किया। वारदात में गजेंद्र का सिर फट गया। हाल फिलहाल कालबेलिया जाति के झोंपड़ों पर ताले लगा दिए गए और भारी जाब्ता तैनात किया गया है। सुबह तड़के युआइती के अधिकारियों ने आकर अवैध झोपड़े हटाये, आगे की कारवाई जारी है .