उदयपुर. जल्दीहीशिव भक्त फतहसागर किनारे से नाव में सवार होकर महाकाल मंदिर दर्शन करने जा सकेंगे। नगर निगम ने ठेकेदार के माध्यम से लोगों को यह सुविधा देने की तैयारी कर ली है। अभी सड़क मार्ग से मंदिर दर्शन करने पहुंचा जा रहा है। निगम ने एमएम ट्रेवल्स कंपनी को 5 साल का ठेका दिया है। उसमें मुंबइया बाजार के पास से झील के रुटीन राउंड के साथ ही महाकाल मंदिर तक नाव संचालन भी शामिल है। इसके लिए महाकाल मंदिर की तरफ भी झील में जेटी लगाने की तैयारी कर ली गई है। ठेकेदार को सालाना 1 करोड़ 1 लाख में छह मोटर बोट और 4 स्पीड बोट चलाने का ठेका दिया गया है। अगले सप्ताह तक नाव संचालन शुरू होने की उम्मीद है। डिप्टी मेयर लोकेश द्विवेदी की अध्यक्षता वाली गैराज समिति ने फतहसागर से महाकाल मंदिर तक नाव संचालन का निर्णय लिया था। उसी के तहत यह सुविधा शुरू की जा रही है।
आमतौर पर फतहसागर किनारे बड़ी संख्या में पर्यटक आते है, मगर जानकारी के अभाव में बहुत कम लोग झील किनारे स्थित महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए पहुंच पाते हैं। नाव शुरू होने से फतहसागर आने वाले लोगों को महाकाल मंदिर दर्शन करने की तरफ रुझान बढ़ेगा। फतहसागर किनारे ट्रैफिक दबाव कम करने पर्यटकों की बसों को महाकाल मंदिर के बाहर खड़ी करवा कर वहां से पर्यटकों को फतहसागर पाल की तरफ आने की सुविधा भी दी जा सकती है।
शिव भक्त अब नोका में सेर कर दर्शन करेगें महाकाल के
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