उदयपुर। शहर की फतहसागर झील पर किसी भी संगठन को कोई कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रशासन ने रोक लगा रखी है इसके बावजूद सुबह सुबह पूरा रास्ता रोक कर साइकिल रैली आयोजित की गयी। यही नहीं शांत माहोल को तेज आवाज़ के लौड़ स्पीकर लगा कर बिगाड़ दिया। रोज़ वाक करने आने वालों ने खासी नाराज़गी ज़ाहिर की।
फतहसागर सुबह और शाम शहर वासी वाक करने के लिए आते है और इसी के मद्देनज़र कई वर्षो से सुबह ८.३० बजे तक फतहसागर को नो व्हीकल ज़ोन कर दिया जाता है। यही नहीं फतहसागर की पाल पर गेट लगा कर हमेशा के लिए नो व्हीकल ज़ोन बना दिया गया है। फतहसागर पर जिला प्रशासन ने किसी भी निजी कार्यक्रम के लिए रोक लगा रखी है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से सामाजिक और एनजीओ द्वारा वहां कार्यक्रम आयोजित कर फतहसागर का माहोल बिगाड़ा जारहा है। गुरुवार सुबह भी जयपुर के सुपर मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल नारायणा द्वारा साइकिल रेस आयोजित की गयी। अपने हॉस्पिटल के विज्ञापन के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जारहा था जिसको जन जागरूकता का नाम दिया गया। फतहसागर की बिच पाल पर बड़ा सा होर्डिग लगा कर रास्ता रोक दिया और लाउड स्पीकर पर करीब दो घंटे तक हो हल्ला मचता रहा। बंद रास्ता और लाउड स्पीकर की तेज़ आवाज़ सुन कर कई मोर्निंग वाक करने वालों ने नाराजगी भी ज़ाहिर की। सुबह के वक़्त फतहसागर पर बड़ी संख्या में शहर वासी टहलने और व्यायाम करने के लिए आते है। सुबह के शांत माहोल की वजह से फतहसागर ज्यादा पसंद किया जाता है।
एनजीओ, सामजिक संगठन, राजनैतिक संगठन,.. इन्होने फतहसागर की पाल को फ्री की ऑडियंस मिलने वाला अड्डा समझ रखा है। यहाँ पर ये लोग आये दिन कोई ना कोई प्रोग्राम लेकर आजाते है। जब कि प्रशासन ने रोक लगा रखी है। इस रोक को हटाने और बिना स्वीकृति के कार्यक्रम करने के लिए इन सामाजिक संगठन और एनजीओ ने नया तरिका भी खोज निकाला है,.. सत्ता पक्ष के छोटे मोटे नेता को अपने कार्यक्रम में बुला लेते है, सत्ता पक्ष के दबाव में दबा हमारा शहर का प्रशासन कुछ भी कारवाई नहीं करता। आखिर में इनके इस कार्यक्रमों से परेशान होते है आम शहर वासी जो भागदौड की ज़िन्दगी से परेशान सुबह और शाम सुकून के पल तलाशने या अपने स्वस्थ की चिंता करते हुए फतहसागर पर वाक करने या कुछ घडी सुकून से बैठने आते है।
आज होने वाले कार्यक्रम में अहमदाबाद के सुपर मल्टी स्पेशलिस्ट नारायणा हॉस्पिटल शायद जागरूकता रैली निकाल कर उदयपुर वासियों पर अहसान कर रहे थे, इसलिए उन्होंने मोर्निंग वाक करने वालों के रास्ते में बड़ा सा होर्डिंग लगा दिया । अपने कार्यक्रम में कोई विध्न नहीं आये इसके लिए उन्होंने भाजपा नेता प्रमोद सामर और गजपाल सिंह को भी आमंत्रित कर दिया। ढोंग तो यह केंसर जागरूकता रैली का कर रहे थे लेकिन असल में इसके पीछे अपने हॉस्पिटल का विज्ञापन मकसद था। नारायणा हॉस्पिटल की अहमदाबाद और जयपुर में शाखाएं है। भगवान् ना करे आपको कभी इनकी सेवा लेने का मोका मिले लेकिन अगर कभी मिला तब आप में जागरूकता आजायेगी यहाँ पर आपकी तबियत खुश हो जाए इतना रुपया लेकर इलाज किया जाता है। इनका अगला निशाना उदयपुर है, इलाज और जागरूकता के बहाने अपनी दूकान जमाने का। उदयपुर पोस्ट का जिला कलेक्टर और सम्बंधित अधिकारियों से साथ ही स्थानीय नेताओं से,…. झील प्रेमियों और फतहसागर पर टहलने आने वालों की तरफ से आग्रह है फतह सागर को इन कार्यक्रम से मुक्त रखिये। श्रीमान जिला कलेक्टर महोदय से आग्रह है कि इसे किसी भी कार्यक्रम की स्वीकृति फतहसागर पर आयोजित करने की नहीं दी जाए। चाहे किसी कार्यक्रम में कोई कितना भी बड़ा नेता क्यूँ न आये। जागरूकता पैदा करने वालों इस झील से दूर रहो अपनी दूकान कही और जा कर सजाओ।