हमारी जन्नत में जश्न
उदयपुर। हमारी जन्नत में आज जश्न का दिन है। फतहसागर झील के ओवरफ्लो गेट से पानी छलकना शुरू हो गया है, जिसका दीदार करने हर कोई उमड़ रहा है। इन्द्रदेव की कृपा से आज हर शहरी की दिली ख्वाहिश पूरी हो गई है।
उदयपुर। और इंतजार की घडिय़ा समाप्त हो गई। शहरवासियों के दिलों की धड़कन फतहसागर छलक पड़ा। इसके ओवरफ्लो की एक-एक फीट बढ़ाई गई सीमा से पानी पार हो चला और स्वत: छलक पड़ा। हालांकि पानी तो ओवरफ्लो से कल ही रिसने लगा था लेकिन आज 14 फीट भराव आते ही फतहसागर स्वत: छलक पड़ा।
फतहसागर के लिए क्या बच्चे, युवा और वृद्ध सभी का प्यार देखने के बाद फतहसागर छलक पड़ा। एफएस के छलकने की खबर शहर में आग की तरह फैल गई। सैकड़ों पोस्ट एफबी पर मिनटों में पोस्ट हो गई। वॉट्सएप पर हजारों मैसेज। कुछ ही मिनटों में एफएस के फोटो भी शेयर हो गए। शहरवासी सारे काम छोड़ फतहसागर को छलकता देखने के लिए दौड़ पड़े। हालात ये हो गए कि दोपहर में ही पुलिस को जवानों की तैनाती करनी पड़ गई।
फतहसागर लबालब ऐसा हुआ कि 14 फीट भर जाने के बाद पानी बंसियों से निकलता हुआ रोड पर आ गया। शहरवासी ये नज़ारा देख कर ऐसे खुश हुए मानों किसी छोटे बच्चे को उसकी मनचाही वस्तु मिल गई। समाचार-पत्रों में छलकने और गेट खोलने के समाचार मिलते ही सुबह से एफएस की पाल और ओवरफ्लो गेट के पास भीड़ जुटनी शुरू हो गई।
छलकने से पहले लगा जाम : फतहसागर छलका नहीं था उसके पहले उसके दीवानों की भीड़ इस कदर बढ़ गयी की ओवरफ्लो गेट पर जाम लग गया। यातायात व्यवस्था के अंतर्गत प्रत्येक शनिवार व रविवार शाम को चार पहिया वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा।
दीवानगी की हद : युवा अपने दोस्तों के साथ तो महिलाएं अपने पड़ोसियों और वर्किंग वुमन अपने सहयोगियों के साथ सुबह से ही एफएस की ओर निकल गए। वे अपने मोबाइल में एक-एक एंगल से एफएस के साथ अपना फोटो क्लिक कर रहे हैं। यही नहीं कई लोग घर से 90-90 साल के बुजुर्ग दादा-दादी को उनकी जिद पर छलकता फतहसागर दिखाने पहुंचे। बुजुर्ग दंपत्तियों का कहना है कि फतहसागर के साथ हमारी कई यादें जुड़ी हैं। सुख-दु:ख के कई लम्हें इसकी गोद में गुजरे हैं।