ई-कॉमर्स कंपनियों पर नकली प्रोडक्ट्स बिकने की शिकायत बढ़ती जा रही है। कंज्यूमर्स को मिलने वाली पसंद और आराम देने वाली इन ई-कॉमर्स साइट्स पर हैवी डिस्काउंट्स पर प्रोडक्ट बिक रहे हैं। कंज्यूमर्स के मुताबिक, लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए सेलर्स इन साइट्स पर नकली प्रोडक्ट्स को हैवी डिस्काउंट के साथ लिस्ट करते हैं। वहीं, ज्यादातर कंपनियां डिस्काउंट के चक्कर में सेलर्स की मूल जांच नहीं करती हैं। लोकलसर्किल्स ने इस मामले पर कंज्यूमर्स के विचार जानने के लिए 12 हजार यूनिक कंज्यूमर्स का सर्वे किया है।
सर्वे में लोगों ने क्या कहा
पहले पोल में 6,923 लोगों में से 38 फीसदी कंज्यूमर्स ने कहा कि उनहें बीते एक साल में ई-कॉमर्स साइट से नकली प्रोडक्ट मिले हैं। 45 फीसदी ने कहा कि उनके साथ ऐसा नहीं हुआ है जबकि 17 फीसदी ने कहा है कि वह इसके बारे में कुछ नहीं जानते। वहीं, मार्केट रिसर्च प्लेटफार्म वेलोसिटी एमआर द्वारा किए गए एक दूसरे सर्वे में पाया गया कि बीते छह माह में हर तीसरे ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले को नकली प्रोडक्ट्स मिले हैं। इस सर्वे में 3,000 लोगों को शामिल किया गया।
किस कंपनी पर ज्यादा नकली प्रोडक्ट
लोगों ने जब यह पूछा गया कि कौन सी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी ने बीते एक साल में नकली प्रोडक्ट भेजा है, तो जवाब में 12 फीसदी ने स्नैपडील, 11 फीसदी ने अमेजन और 6 फीसदी ने कहा फ्लिपकार्ट। 71 फीसदी लोग ऐसे हैं जो या तो ऑनलाइन शॉपिंग नहीं करते या उनहें नकली प्रोडक्ट नहीं मिला है।
किस कैटेगरी के समान सबसे ज्यादा नकली
सर्वे में कहा गया है कि नकली प्रोडक्ट्स की कैटेगरी में सबसे ऊपर परफ्यूम और दूसरे फ्रेंगनेंस हैं। इसके बाद शूज और स्पोर्टिंग गुड्स। वहीं, 51 फीसदी ने कहा कि दूसरे कैटेगरी के प्रोडक्ट जैसे फैशन, अपैरल, बैग्स, गैजेट्स आदि में नकली समान मिलता है।
2014 में दिल्ली हाई कोर्ट ने एक सेलर को बैन किया था जोकि शॉपक्लूज.कॉम पर अपने हर प्रोडक्ट के लिए L’Oreal नाम यूज कर रहा था। वहीं, हाल ही में अमेरिका के लाइफस्टाइल और फुटवियर ब्रांड Skechers ने फ्लिपकार्ट और चार सेलर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर उनके नकली प्रोडक्ट्स बेचने का आरोप लगाया था।
I have noticed you don’t monetize your page, don’t waste your traffic, you can earn additional cash every month because you’ve got hi quality content.
If you want to know how to make extra bucks, search for: Ercannou’s essential adsense alternative