उदयपुर। “संघर्ष नहीं अब रण होगा और रण बड़ा भीषण होगा ” टिकिट कि दौड़ में पिछड़े दावेदारों से भाजपा कांग्रेस को अब यह चुनौती मिल रही है। दोनों दल अपनी बगावत से आशंकित है। और सबसे अधिक बगावत के सुर भाजपा में हो रहे है। टिकिट बंटवारे में कटारिया कि भागीदारी के चलते कटारिया के खिलाफ गुस्सा अब सड़कों तक उतर आया है । जैन वाद को बढ़ावा देने का आरोप कटारिया पर लगाया जारहा है। वही जिले की आठ सीटों में से एक भी ब्राह्मण को टिकिट नहीं देना और वल्लभ नगर में रणधीर सिंह भिंडर के विरोध में खुलकर उतर राजपूतों की उपेक्षा करना कटारिया पर लगे इस आरोप को सिद्ध कर रहा है। शुक्रवार दिन को मावली विधानसभा से आये सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय के baahar जैम कर प्रदर्शन किया और मावली विधान सभा से उम्मेदवार पर पुनः विचार करने कि मांग रखी । इधर युवा छात्र नेता भी कटारिया के विरोध में उतर गए है। भाजपा के वरिष्ठ ब्राहम्ण नेता मांगीलाल जोशी ने बगावत का बिगुल बजते हुए अपने विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने कि नियत से चुनावी दौरे और जनसम्पर्क करना भी शुरू कर दिया है।
मेवाड़ की आठ सीटों में से मावली, सलूम्बर, और गोगुन्दा में भाजपा कांग्रेस में सीधा मुकाबला तय है। बाकी बची सीटों में कांग्रेस ने उम्मीदवारों कि घोषणा के बाद तय होगा। और वल्लभ नगर सिट पर भाजपा फंसी हुई है। इसीलिए अभी तक उम्मेदवार कि घोषणा नहीं हुई है।
भाजपा कि मुसीबत :
भाजपा सात सीटों पर अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। मावली से मुख्य दावेदारों मांगीलाल जोशी, धर्म नारायण जोशी और शांति लाल चपलोत को छोड़कर पार्टी ने दलीचंद डांगी को टिकिट दिया। जिसका भाजपा को भारी विरोध सहना पढ़ रहा है। आज दिन में मावली से सैकड़ों कार्यकर्ता पटेल सर्कल स्थित भाजपा कार्यालय पहुचे और गुलाब चाँद कटारिया के विरोध में नारे बाजी कि तथा वसुंधरा राजे के नाम ज्ञापन जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट दिया जिसमे मावली से उम्मेदवार बदलने कि मांग कि है । उदयपुर ग्रामीण में फूल सिंह मीणा का भी विरोध सामने आ रहा है। और वल्लभ नगर सिट पर गुलाबचंद प्रमुख दावेदार रणधीर सिंह भिंडर कि खुल कर खिलाफत करचुके है। दिल्ली से टिकिट बंटवारे के बाद उदयपुर आये कटारिया मावली और उदयपुर ग्रामीण की सिट पर आम कार्यकर्ता को टिकिट देने कि दुहाई दे रहे है लेकिन उनकी इस दुहाई को सुनाने वाला कोई नहीं है । और मेवाड़ के लिए कटारिया को तानाशाह बताते हुए कई वरिष्ठ नेता विरोध में है।
भाजपा के विरोध में ब्राह्मण एक जुट :
जिले कि आठ सीटों में से ब्राह्मण को एक भी सिट नहीं देने से ब्राह्मण गुस्से में है और उनका क्रोध अब सामने आरहा है । इसी के चलते घास गांव ब्राह्मणों कि आज बड़ी सभा हो रही है । सूत्रों के अनुसार भारी संख्या में वहाँ ब्राह्मण एकत्र हो कर कोई ठोस निर्णय ले सकते है । जो कटारिया और भाजपा के हित में बिलकुल नहीं होगा । वरिष्ठ नेता मांगीलाल जोशी ने बगावत के सुर बुलंद करते हुए मावली में निर्दलीय लड़ने कि मंशा से जन संपर्क शुरू कर दिया है ।
कटारिया का पुतला फूंका :
छात्र संघर्ष समिति ने भी कटारिया का विरोध करते हुए विवेकानंद चोराहे पर करारिया का पुतला फूंका इससे पूर्व सैकड़ों छात्रों ने नागदा रेस्टोरेंट से विवेकानंद चौराहे तक कटारिया कि शव यात्रा निकाली । छात्र संघर्ष समिति के रविशर्मा ने कहा कि कटारिया ने मेवाड़ में जैन वाद को बढ़ावा देते हुए ब्राह्मण और राजपूतों कि उपेक्षा की है। और मेवाड़ के लिए न ही उदयपुर शहर कि तरक्की के लिए कुछ किया । मोहन लाल सुखाडिया यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष अमित पालीवाल ने भी कटारिया का विरोध जताते हुए कहा कि उन्होंने संघर्ष समिति के युवाओं को पुलिस कि लाठियों से पिटवाया था। बरसों से जमे कटारिया शहर के विकास में रुकावट है । पालीवाल ने बताया कि आज छात्र संघर्ष समिति कि कोर कमिटी कि बैठक है जिसमे कटारिया के विरोध में रणनिती तैयार कि जायेगी ।
[quote_center]बरसों से रूठे विरोधियों को मानाने के लिए कटारिया अब उनकी चोखट तक पहुच गए है। गुलाबचंद कटारिया के घोर विरोधी कमल मित्र मंडल के मुखिया ताराचंद जैन को मानाने के लिए कटारिया उनके घर पहुच गए और उन्हें सारे मतभेद बुलाने के लिए पार्टी कि दुहाई देते हुए। साथ आकर काम करने का न्योता दे दिया। ताराचंद जैन ने अभी कटारिया को कोई स्पष्ट बात नहीं कही है अपने कमल मित्र मंडल के बाकी सदस्यों से पूछ कर फैसला लेने कि बात कही है।[/quote_center]
कटारिया पहुचे मानाने :
बरसों से रूठे विरोधियों को मानाने के लिए कटारिया अब उनकी चोखट तक पहुच गए है। सूत्रों के अनुसार गुलाबचंद कटारिया के घोर विरोधी कमल मित्र मंडल के मुखिया ताराचंद जैन को मानाने के लिए कटारिया उनके घर पहुच गए और उन्हें सारे मतभेद बुलाने के लिए पार्टी कि दुहाई देते हुए। साथ आकर काम करने का न्योता दे दिया। ताराचंद जैन ने अभी कटारिया को कोई स्पष्ट बात नहीं कही है अपने कमल मित्र मंडल के बाकी सदस्यों से पूछ कर फैसला लेने कि बात कही है।
कांग्रेस में भी विरोध के सुर तेज :
कांग्रेस में भी विरोध के सुर तेज होने लगे है । कांग्रेस देहात महिला जिलाध्यक्ष कामिनी गुर्जर ने मावली से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है उन्होंने बताया कि पार्टी ने उनके साथ विध्वस घात किया है उनका नाम पेनल में होने के बावजूद उन्हें नज़र अंदाज किया गया । इधर कांग्रेस में शहर और ग्रामीण के प्रत्याशियों को लेकर उत्सुकता बनी हुई है । सूरतों के अनुसार कांग्रेस उदयपुर शहर से अब किसी ब्राह्मण को टिकिट दे सकती है । चित्तोड़ सांसद गिरजा व्यास के भी शहर से उम्मेदवार होने के कयास लगाये जारहे है। उम्मीद jatayi जा rahi है कि यदि शहर से गिरजा व्यास को टिकिट मिलता है तो कटारिया के सामने चुनौती कड़ी हो जायेगी
BJP me ye sab golmal hai isme katariya ke chal hai