डूंगरपुर. शहर के चमनपुरा घाटी क्षेत्र निवासी एक वृद्ध की सोमवार सुबह मौत हो गई। परिजनों ने पैसे के लेनदेन को लेकर साझेदार को जिम्मेदार ठहराया। चमनपुरा घाटी निवासी मोहम्मद ईशाक कुरैशी (63) पुत्र फतह मोहम्मद गौरी को सोमवार सुबह उसकी पत्नी फरीदा तथा पुत्री हवरा ने कमरे में बेसुध देखा। उन्होंने उसके हाथों पैरों की नसें कटी हुई व उससे खून बहता देखा। मां-बेटी के चिल्लाने पर आसपास के लोग एकत्र हुए तथा ईशाक को लेकर सामान्य चिकित्सालय पहंुचे। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन शव लेकर घर चले गए और बाद में कोतवाली पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस ने मौका मुआयना कर शव को चिकित्सालय के मुर्दाघर पहुंचाया।
मृतक के रिश्तेदार घाटी खाडिया निवासी उस्मान पुत्र मोहम्मद इशहाक ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया कि मृतक ईशाक का कुवैत में कार्यरत उसके साझेदार अल्ताफ एहमद से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। इसे लेकर वह मानसिक तनाव में था।
पुलिस ने कमरे में सारे कागजात व दस्तावेजों को कब्जे में लेकर टटोला। इस दौरान बेड के नीचे एक कापी के पांच पन्नों पर लिखा सुसाइड नोट भी पुलिस ने बरामद किया। इस पर 24 अगस्त, 14 की तारीख अंकित है। इसमें मृतक ने खुदकशी करना तथा इसका जिम्मेदार अल्ताफ एहमद को बताया है। लोहे के किवाड़ लगी अलमारी से एक स्टाम्प पेपर भी मिला। इसमें मृतक व अल्ताफ के बीच खाड़ी संकट की राशि को लेकर आपसी इकरारनामा लिखा है।
नायलॉन की रस्सी के टुकडे मिले
पुलिस को कमरे से नायलॉन की रस्सी के टुकडे, गठान लगी रस्सी व रस्सी का बंडल भी मिला। इससे मृतक के फंदे पर लटकने की पुष्टि भी हुई। पुलिस ने कमरे से एक चाकू, छोटी कैची, खून से सनी चादरें आदि भी कब्जे में ली। पुलिस ने मृतक की पत्नी और परिजनों से आवश्यक पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार मृतक ने पंखे के लोहे के हुक में रस्सी डाल उसका फंदा लगाया था।