चिकत्सकों का असहयोग आन्दोलन – आन्दोलन जारी रहेगा मरीजों को सेवाएं मिलती रहेंगी

Date:

उदयपुर। अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ की ओर से अपनी मांगों को लेकर सोमवार उदयपुर में गांधीगिरी तरीके से असहयोग आन्दोलन की शुरुआत की। चिकित्सक संघ ने अपने साथ आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) को भी जोड़ लिया। दोनों संगठनों ने आज जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने रेसमा सहित अन्य कानूनों के उलंघन से बचने का नया तरिका निकाला और अपना विरोध गांधी वादी तरीके से असहयोग और उपवास रख आदि से जताया। चिकित्सक संघ ने बहिष्कार के तौर पर राजकीय कामकाज नहीं करने का निर्णय लिया, जबकि मरीज हित में उनकी सेवा को लेकर सक्रियता दिखाने का दावा किया। विरोध के बाद चिकित्सक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. बामनिया ने कहा कि सरकार को तीन सूत्री मांग पत्र पूर्व में प्रेषित ​किया जा चुका है लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नही दे रहे है ऐसे में अब चिकित्सक संघ की ओर से दीपावली तक सरकार के निर्णय का इंतजार करने के बाद आगे अनिश्चितकालीन विरोध दर्ज कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ चिकित्सकीय सेवाओं के अलावा सभी कार्यो का बहिष्कार किया जाएगा ताकि सरकार कामकाज पूर्ण रूप से ठप्प हो सकें। डॉ. एसएल बामनिया के नेतृत्व में उदयपुर जिले के सैकड़ों चिकित्सकों ने आंदोलन में सहभागिता निभाई। प्रदेश स्तर पर आंदोलन में शमिल चिकित्सकों की यह संख्या करीब 10 हजार बताई जा रही है। आंदेालन के तहत प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी के निर्देश पर असहयोग आंदेालन में शामिल चिकित्सक बाबूगिरी से काम नहीं करेंगे। दूसरी ओर पीडि़त, बीमार व रुग्ण व्यक्तियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएंगे। अन्याय के विरोध में चिकित्सक काली दीपावली मनाएंगे। डॉ. एसएल बामनिया ने बताया कि आंदोलन के बीच चिकित्सक सभी प्रकार की वीडियो कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार करेंगे। सीएमएचओ को इस विरोध से बाहर रखा गया है। इसी तरह निदेशालय एवं प्रशासन की ओर से प्रदेश स्तरीय मीटिंग एवं प्रशिक्षण का विरोध होगा। इसी प्रकार अन्य सभी सरकारी कामकाज का बहिष्कार होगा। मानवीयता के तौर पर विकलांग एवं जरूरतमंद की मदद में किसी प्रकार की चूक नहीं होगी।

अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के आन्दोलन में आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए निजी क्षेत्र में लागू चिकित्सा कानूनों में संशोधन की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। आइएमए ने भी महात्मा गांधी जयंती पर अहिंसात्मक मार्ग अपनाते हुए उदयपुर आईएमए के पदाधिकारियों ने सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रखकर सरकार पर चिकित्सा क्षेत्र की नीतियों में संशोधन का मुद्दा उठाया। जिला कलक्टे्रट के बाहर कुछ समय का प्रदर्शन कर इन चिकित्सकों ने प्रशासनिक अमले को ज्ञापन सौंपा। बाद में सभी चिकित्सक उनके निजी संस्थानों में भूखे रहकर सेवाएं देने का दावा करते रहे। इससे पहले उदयपुर एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. सुनिल चुघ एवं सचिव आनंद गुप्ता के नेतृत्व में करीब 100 चिकित्सकों ने जायज मांगों को लेकर कलक्ट्रेट के बाहर एकजुटता दिखाई।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Enjoy enjoyable and engaging conversations inside our bi guy chat room

Enjoy enjoyable and engaging conversations inside our bi guy...

Benefits of cross dressing dating

Benefits of cross dressing datingThere are many benefits to...

Get prepared to relate solely to like-minded singles

Get prepared to relate solely to like-minded singlesIf you...