केंद्र और कई राज्यों द्वारा तेल कीमतों में राहत देने के बाद तेल के दामों में तीसरे दिन भी बढ़ोतरी हुई। राज्य में डीजल 76 रुपए प्रति लीटर के पार चला गया। गौरतलब है कि रविवार को पेट्रोल प्रति लीटर 15 पैसे महंगा हुआ और सोमवार को 21 पैसे की बढ़ोतरी हुई। सोमवार को को पेट्रोल की कीमत 82.48 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई। डीजल भी तीन दिनों में में 1.15 पैसे महंगा होकर 76.12 रुपए प्रति लीटर हो गया।
करों में राहत से पहले गुरुवार को पेट्रोल 84.43 रुपए व डीजल 77.55 रुपए प्रति लीटर था। उत्पाद शुल्क कटौती तथा सरकारी तेल कंपनियों की एक रुपए सब्सिडी दिए जाने के बाद ईंधन के दाम में यह बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस मामले में निवेशकों को भरोसा दिया है। जेटली ने शनिवार को फेसबुक पोस्ट में लिखा, यह बात मैं अलग से स्पष्ट कर देता हूं कि तेल कीमतें फिर सरकारी नियंत्रण के दौर में नहीं जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2014 में तेल की कीमतों को सरकार के नियंत्रण से बाहर करने का फैसला लिया था। तब से हर दिन सुबह 6 बजे तेल की कीमतें बाजार के आधार पर तय होती हैं।
डिमांड एवं सप्लाई वित्त मंत्री जेटली ने भी तेल की बढ़ती कीमतों के पीछे मौजूद अंतरराष्ट्रीय कारणों का जिक्र करते हुए कहा था कि तेल उत्पादक देशों ने अपने उत्पादन को सीमित कर दिया है और इसलिए मांग और आपूर्ति (डिमांड एवं सप्लाई) में अंतर पैदा हो गया है, जिससे तेल के दाम बढ़ रहे हैं।
दाम में कमी चुनावी लॉलीपॉप: कांग्रेस कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर बढ़ोतरी से सरकार का पाखंड उजागर हो गया है। यह कटौती पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए चुनावी लॉलीपॉप थी। इसे जीएसटी के दायरे में लाया जाए।
एेसे बढ़े दाम
तारीख पेट्रोल डीजल
4 अक्टबर 84.43 77.55
5 अक्टूबर 81.96 75.58
(उत्पाद शुल्क घटाया)
6 अक्टूबर 82.12 75.25
7 अक्टूबर 82.27 75.83
8 अक्टूबर 82.48 76.12