खुदा के नाम पर सर कटा दिया आपने
यजीदियत के सरों को झुका दिया आपने।
करबला में हुसैन आपको पानी ना मिल सका,
लेकिन हर एक आंख से दरिया बहा दिया आपने।
उदयपुर, । दाऊदी बोहरा जमात के मोहर्रम के महिने की पांचवी तारीख पर यहां वजीहपुरा मस्जिद में मुल्ला पीर अली ने नमाज की अहमियत पर रोशनी डालते हुए कहा कि नमाज इंसान को मानसिक, शारीरिक एवं रूहानी सुकून देती है। करबला में जंग के दौरान हजरत इमाम हुसैन ने सजदे में अपना सर कटा दिया, जो नमाज की अहमियत बताता है। मुल्ला पीर अली ने जुम्मे की नमाज पर बोलते हुए कहा कि जुम्मे की नमाज मस्जिद में अदा करने से बंधुत्व की भावना को बल मिलता है और ऊंच नीच, अमीरी गरीबी के भेदभाव से परे सभी इंसान एक पंक्ति में खड़े होकर खुदा की बारगाह में नमाज अदा करते हैं।
बोहरवाडी स्थित वजीहपुरा मस्जिद में आकीब पलाना ने कर्बला के शहीदों पर अपनी तकरीर पेश करते हुए बताया कि कुर्बानी का जज्बा हर इन्सान के भीतर होना चाहिये। इस्लाम ने सदा प्रेम और भाईचारे का पैगाम दिया है।
यह जानकारी देते हुए दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता अनिस मियांजी ने बताया कि मोहर्रम की तीसरी तारीख पर मस्जिदों में मजलिसों और मरसियाख्वानी के दौर जारी हैं और बोहरवाड़ी तथा बोहरा समाज के मोहल्लों में लगाई गई सबीलों पर शरबत, दूध, पानी आदि का वितरण किया जा रहा है। रात को मजलिस के साथ साथ सामूहिक नियाज का आयोजन भी हो रहा है, जिसमें समाज के लोग शिरकत करते हैं।