उदयपुर। दादरी काण्ड में लिप्त संगठनों और राजनैतिक पार्टियों की देश भर में फजीहत होने के बाद स्थानीय दलाल नुमा अखबार के जरिये नया खेल खेला जारहा है।
जिस परिवार का एक बेटा “सरताज” भारतीय वायुसेना में है, जिसके पिता “अख़लाक़” को कुछ लोगों ने साजिश के तहत गोमांस खाने की अफवाह फैला कर मार दिया, अब दलाल नुमा स्थानीय पत्रकार और अखबार के जरिये अख़लाक़ के परिवार को पाकिस्तानी बता कर देशद्रोही साबित करने की घटिया साजिश कर रहे है।
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के दादरी कस्बे के बिसाहड़ा गांव में एक स्थानीय अखबार के द्वारा मृतक अखलाक के पाकिस्तानी संबंध बताने से दुखी पीडि़त परिवार ने डीएम से गुहार लगाई है। डीएम ने भी अखबार की रिपोर्ट पर नाराजगी जताई है।
जागरूक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीडि़त परिवार का कहना है कि उन्हें अब देशद्रोही साबित करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने इस संबंध में कुछ सबूत एसडीएम को भी दिए हैं, जिसमें पीडि़त परिवार ने बताया कि अखलाक 1988 में अपनी मौसी से मिलने पाकिस्तान गए थे और जिस कार को पाकिस्तान से लौटने के बाद खरीदने की बात कही जा रही है, वह सरताज की शादी में मिली थी।
गौरतलब है कि मंगलवार को एक स्थानीय अखबार ने खबर छापी थी कि अखलाक करीब सवा साल पहले पाकिस्तान गया था और वहां ढाई महीने रहा था। वहां से आने के बाद उसने कार खरीदी और मस्जिद में मीटिंग करने लगा था।
अखलाक के भाई ने जमील ने बताया कि इस तरह गलत सूचना देकर उन्हें देशद्रोही साबित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मंगलवार को भी इसकी शिकायत एसडीएम दादरी से की है। वहीं डीएम एन पी सिंह ने भी इस पर नाराजगी जताई है।
जमील ने एसडीएम को अखलाक के पासपोर्ट की कॉपी सौंपते हुए बताया कि वह 1988 मेंं अपनी रिश्ते की मौसी से मिलने के लिए एक बार पाकिस्तान गए थे। मौसी की मौत के बाद संबंध भी खत्म हो गए। 7 मार्च 1998 को उनका पासपोर्ट भी एक्सपायर हो गया था, जिन्हें रिन्यू नहीं कराया गया।
जमील के मुताबिक परिवार की जिस तरक्की की बात की जा रही है, वह बड़े बेटे सरताज की एयरफोर्स में नौकरी लगने के बाद थोड़ी बहुत हुई है। वहीं जिस कार की बात की जा रही है वो सरताज की शादी में मिली थी और वो उसकी पत्नी के नाम रजिस्टर्ड है।
दादरी कांड: अब पीडि़त परिवार को देशद्रोही साबित करने की साजिश, डीएम ने जताई नाराजगी
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