उदयपुर , ऐष्वर्या षिक्षक प्रषिक्षण महाविद्यालय के छात्राध्यापकों का वार्षिकोत्सव के अवसर पर एक भव्य रंगारंग सांस्कृतिक संध्या एवं पूर्व-स्नातक स्नेहमिलन ;।सनउदप डममजद्ध का आयोजन धूमधाम से किया गया। यह जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. कय्यूम अली बोहरा ने बताया कि इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा वन्दना-नृत्य, लिलिपुट नृत्य, वागडी नृत्य, राजस्थानी एवं पाष्चात्य फ्यूजन नृत्य एवं अन्य गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियो पर सम्पूर्ण दर्षक वर्ग झूम उठा।
किशनलाल राणा व ग्रुप ने लिलिपुट नृत्य व जागृति अखाडी के दल द्वारा वागडी नृत्य, भूपेन्द्र व समूह का नाग-सपेरा नृत्य, स्वाति जोषी का सरस्वती वन्दना पर षास्त्रीय नृत्य, विनिता राज की गज़ल एवं षबनम खान का पाष्चात्य फ्यूजन नृत्य समारोह की आकर्षक प्रस्तुतियाँ रही। पूर्व छात्रसंघ के ( ।सनउदप) विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव वर्तमान अध्ययनरत विद्यार्थियों को बताये व अपनी प्रस्तुतियाँ भी दी। सभी पूर्व विद्यार्थियों ने एक दूसरे से मिलकर अपने पुराने अनुभवों को याद किया।
इस समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमान के.सी. मालू पूर्व निदेषक एस.आई.ई.आर.टी. थे। मुख्य अतिथि श्रीमान मालू ने ऐसे आयोजनों को भावी षिक्षकों के व्यंिक्तत्व विकास के लिये आवष्यक बताया और इसे षिक्षक प्रषिक्षण का एक अभिन्न अंग बताया। विद्यार्थियों को आषीर्वाद देते हुए इस कार्यक्रम की प्रषंसा की एवं ऐष्वर्या षिक्षक प्रषिक्षण महाविद्यालय को मोहन लाल सुखाड़िया विष्वविद्यालय के श्रेष्ठ महाविद्यालयों में से श्रेष्ठ बताया। पूर्व में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बोहरा ने अतिथियों का स्वागत किया एवं महाविद्यालय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। छात्र संघ अध्यक्ष श्री विष्वेन्द्र सिंह नीदरवाल व रीना मीणा ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया।