मुम्बई में सीबीआई के सामने हुए सरेण्डर
विमान से उदयपुर लाई पुलिस
एक ही दिन में सरेंडर गिरफ्तार फिर जेल और फिर गिरफ्तार
उदयपुर। मुंबई में बैठकर उदयपुर के व्यवसायियों को फिरौती मांगने अपहरण एवं हत्या की धमकी देने के मामले में पुलिस की मूंछ का सवाल बने कुख्यात अपराधी मोहम्मद आजम ने बुधवार को मुंबई में सीबीआई के सामने आत्मसर्मण कर दिया। सूचना मिलने पर उदयपुर पुलिस की विशेष टीम विमान द्वारा मुंबई पहुंची जहां से उसे गिरफ्तार कर उदयपुर लाया गया। पुलिस इसे अपनी सफलता बता रही है जबकि वास्तव में भारी पारिवारिक एवं पुलिस के दबाव के चलते यह आत्मसर्मपण हुआ है।
उल्लेखनीय है कि आजम उदयपुर शहर के धानमण्डी पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है उसके खिलाफ 25 अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के अलावा शहर के विभिन्न थानाक्षेत्रों में प्रोपर्टी डीलर्स तथा व्यवसायियों को धमकियां देकर फिरौती मांगने के 5 मामले दर्ज है। पिछले लम्बे समय से वह मुंबई में रह रहा है तथा वहां से उदयपुर के व्यवसायियों को फ़ोन कर धमका कर फिरौती मांगने तथा ऐसा नहीं करने पर हत्या की धमकी देने जैसे संगीन आरोप है। इसी के साथ गत दिनों शहर में हुई फायरिंग की वारदातों में गिरफ्तार अपराधियों ने भी आजम के आदेश पर घटनाओं को अंजाम देने की बात पुलिस के समक्ष स्वीकारी है। लेकसिटी में लगातार मिलती धमकियों से सनसनी फैलाई थी तथा यह घटनाएं पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई थी। व्यवसाय जगत में इस अपराधी के बढते आंतक के कारण इसे पकडना पुलिस की मूंछ का सवाल भी बन गया था। इस अपराधी की गिरफ्तारी के लिए गत दिनों पुलिस ने 50हजार रूपये का ईनाम की भी घोषणा की थी।
यहां गौरतलब है कि अपराधी आजम देश भर में चर्चित सोहराबुद्दीन फर्जी [quote_right]प्रोपट्री डीलर को आज़म का , आज़म को एन्काउन्टर का, और पुलिस को सी.बी.आई. का खोफ [/quote_right]एनकाउंटर मामले में सीबीआई का अहम गवाह हे। इसी नाते आजम को सीबीआई अधिकारियों से नजदीकियां है माना जाता है कि मुंबई में रहने का कारण भी सीबीआई है। लेकिन आजम ने इस आड में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए अवैध वसूली का क्रम जारी रखा।
इधर इस मामले में पुलिस की लगातार हो रही फजीहत के चलते पुलिस ने आजम को परिवार पर डाले सरेण्डर करवाने का दबाव डाला। दूसरी ओर वर्चस्व की लडाई में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए अन्य अपराधियों ने भी शहर में फायरिंग की वारदात करते हुए आजम के परिवार को भी निशाना बनाया। इससे तिलमिलाए आजम का बिल से बाहर आना भी लाजमी था। आजम ने सीधे सीबीआई से सम्पर्क साधा। इससे पूर्व वह उदयपुर आकर अपनी सारी फिल्डिंग जमा गया। बुधवार को अपनी पूर्व योजनानुसार उसने मुंबई में सीबीआई के उप अधीक्षक एन.एस.राजू के सामने सरेण्डर कर दिया। सीबीआई से सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रतापनगर सीआई मंजीत सिंह के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम विमान से मुंबई भेजी जहां से उसे गिरफ्तार करने की औपचारिकता करते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से विमान द्वारा ही उदयपुर लाया गया।
[quote_left]एक ही दिन में सरेंडर गिरफ्तार फिर जेल और फिर गिरफ्तार [/quote_left]गुरूवार को उदयपुर पहुंचने पर भूपालपुरा पुलिस ने उसे भाजपा नेता मोती लाल डांगी पर फायर करवाने के मामले में अदालत में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया। इधर धाम प्रतापनगर पुलिस ने सर्वऋतु विलास निवासी एक व्यवसायी को फिरौती मांगने के आरोप में प्रोडक्शन वारंट के जरिए पुन: गिरफ्तार कर लिया है।
इधर जिला पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जुटी पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है वहीं एक अन्य कुख्यात अपराधी रशीद का को भी जल्द ही दबोचने का आश्वासन दिया है।