उदयपुर. गोरेला गांव में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सिलाई मशीन दिलवाने के नाम पर 10.85 लाख रुपए का लोन उठा लिया गया। इस बात का पता तब चला, जब एक महिला ने बैंक कर्मचारी से पूछा। शनिवार सुबह गांव की 30 महिलाएं सरपंच पुत्र व अन्य सहयोगियों के साथ बैंक पहुंचीं और नाई थाने में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मल्लातलाई निवासी नसीम बानो पत्नी मो. सलीम और विजय सिंह पुत्र छगन चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने आईसीआईसीआई बैंक बेदला शाखा में लोन के लिए आवेदन किया और 2 लाख 17 हजार रुपए प्रति समूह के अनुसार पांच समूह का लोन पास करवाया और हड़प लिया। पास हुए लोन के रुपए महिलाओं को देने के बजाए उन्हें सिर्फ 500 रुपए ही दिए।
महिलाओं ने बताया कि नसीम बनो ने खुद को संस्था से जुड़ा होना बताकर महिलाओं को सिलाई सिखाना शुरू किया। सिलाई मशीन दिलवाने के नाम पर खाली कागज, फॉर्म और चेक पर हस्ताक्षर करवाए। एक-दो महिलाओं को बैंक लाती गई और वहां चेक पर हस्ताक्षर कराकर लोन के रुपए ले लिए। बैंक भी महिलाओं के बैंक आने पर चेक देता रहा। शुक्रवार को एक ग्रामीण महिला दुर्गा नसीम बानो के साथ आई, उसने बैंक में बैठी मैडम से रुपए देने का आधार पूछा, तब दुर्गा को उसके नाम से जारी हुए लोन के बारे में और हर महीने 25 सौ रुपए की किश्त देने के प्रावधान के बारे में पता चला और नसीम बानो की धोखाधड़ी सामने आई। दुर्गा ने गांव में अन्य महिलाओं को इस बारे में बताया।