उदयपुर। उदयपुर के पूर्व एसपी दबंग दिनेश एमएन के कार्यकाल के बाद पहली बार सलूंबर के कुख्यात गांव गामड़ापाल और लसाडिय़ा के गांव कालीभीत में बीती रात पुलिस ने भारी जाब्ते के साथ दबिश देकर २४ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इन बदमाशों पर चोरी, लूट और नकबजनी जैसे अपराधों में शामिल होने का अंदेशा है। पुलिस के आलाधिकारियों ने दो टीमों का गठन किया, जिसमें एक टीम का नेतृत्व एएसपी ग्रामीण ठाकुर चंद्रशील और दूसरी टीम का नेतृत्व गिर्वा डिप्टी रानू शर्मा ने किया।
एसपी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रशील ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी और सवा सौ से अधिक पुलिस कर्मियों ने रात से तड़के तक सलूंबर के गामड़ापाल गांव में छापामार कार्रवाई कर 14 संदिग्धों को हिरासत में लिया। दूसरी ओर लसाडिय़ा थाना क्षेत्र के कालीभीत गांव में डिप्टी रानू शर्मा के नेतृत्व में 50 से अधिक जवानों ने छापामार कार्रवाई करते हुए 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया। रात दो बजे से सुबह सात बजे तक विभिन्न थानों और पुलिस लाइन के सवा सौ से अधिक जवान, तीन डिप्टी और दस विभिन्न थानों के थानाधिकारियों ने ठाकुर चंद्रशील के नेतृत्व में गामडापाल गांव को घेरे रखा। हर एक घर की तलाशी ली। सुबह तक 14 संदिग्धों को पकड़ा।
जानकारी के अनुसार पुलिस को चोरी, लूटपाट और नकबजनी के कई मामलों में पिछले कई दिनों से अपराधियों की तलाश थी। सूचना के अनुसार गिरोह बनाकर काम करने वाले गामडापाल गांव के कुछ संदिग्ध युवकों की कई वारदात में लिप्त होने की सूचना थी। कल रात पुलिस ने इन संदिग्ध अपराधियों को पकडऩे के लिए पूरी तैयारी और जाब्ते के साथ बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में वल्लभनगर डिप्टी घनश्याम शर्मा, सराड़ा डिप्टी नारायणसिंह, ऋ षभदेव डिप्टी शिवलाल शामिल थे। रात दो बजे गांव में पुलिस ने छापा मारा और सुबह सात बजे तक कार्रवाई चलती रही। एएसपी चंद्रशील ठाकुर ने बताया कि गामड़ापाल गांव में पूर्व में भी कई युवक चोरी, लूटपाट और नकबजनी जैसे जुर्म में गिरफ्तार हो चुके हैं। अभी भी कई ऐसे मामलों में गामड़ापाल गांव के युवकों की तलाश थी। ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि हिरासत में लिए युवकों से पूछताछ की जा रही है।