फ्रांस के पर्यटक ने की दिल्ली में शिकायत, एसपी से लेकर थानाधिकारी तक लगाई गुहार लेकिन नहीं मिला न्याय
उदयपुर। विदेशियों के साथ ठगी के मामलों को लेकर उदयपुर की बदनामी अब राजधानी तक पहुंच गई है। यहां पर फ्रांस के एक पर्यटक से हुई ठगी की शिकायत दिल्ली की क्रपर्यटन सुरक्षा सहायता संस्था कम्पेनियनञ्ज में की गई है, जहां से पांच पत्र कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस को लिखे जा चुके हैं, लेकिन पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि इस संस्था का एक प्रतिनिधि स्वयं उदयपुर आकर एसपी से मिल चुका है। इस संस्था के स्थानीय प्रतिनिधि के साथ भी ठगी करने वाले अरोपियों ने मारपीट की है, जिस पर घंटाघर थाने में क्रॉस केस दर्ज है। जानकारी के अनुसार फ्रांस के पर्यटक फ्लोरिन थीबोन ने नवंबर, 2013 में उदयपुर यात्रा के दौरान लालघाट स्थित मंसूरिया टैक्सटाइल से खरीदारी की, जहां पर उसको नकली पश्मीना (शॉल) असली बताकर ऊंचे दामों पर बेच दी गई, वही ब्लू मरीन शोरूम पर भी उसको सूट ऊंचे दामों में बेच दिया, जब फ्लोरिन ने दिल्ली में शॉल की जांच करवाई, तो वो नकली पाई गई। फ्लोरिन ने इसकी शिकायत दिल्ली के पर्यटक सुरक्षा सहायता केंद्र में की, जहां के पर्यटक सुरक्षा सहायता के लिए काम कर रहे कम्पेनियन संस्था के अमित अग्रवाल ने जयपुर पर्यटक केंद्र और उदयपुर पुलिस अधीक्षक को शिकायत भेजी, जिस पर कोई कारवाई नहीं हुई। तब खुद अमित अग्रवाल पिछले दिनों उदयपुर आए और उन्होंने पुलिस अधीक्षक अजय लांबा से मुलाक़ात कर मामले की जानकारी दी।
एसपी ने मामले की जांच संबंधित थाने को दी, जहां पर दोनों दुकानों के मालिकों ने पर्यटकों को रुपए वापस करने की बात कहीं, लेकिन पर्यटक के खाते में रुपए नहीं डाले गए, जब पर्यटक सहायता संस्था का स्थानीय कर्मी अमजद खान ने उनसे रुपए पर्यटक के खाते में डालने की बात कहीं, तो मंसूरिया टैक्सटाइल और ब्लू मरीन के सद्दाम, सइद, संजय और सलमान ने अमजद के मसाज पार्लर में जाकर मारपीट और तोडफ़ोड़ की। इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।
पांच सौ की शॉल दस हजार में : फ्रांस की पर्यटक फ्लोरिन थीबोन ने बताया कि मंसूरिया टेक्स टाइल पर उसको दो पश्मीना शाल 105 यूरो ( करीब दस हजार) रुपए में बेच दी और ऊपर से उसको असली पश्मीना होने का ऑथोराइज प्रमाण पत्र भी दिया। अगर उन नकली पश्मीना शाल का बाज़ार मूल्य देखा जाए, तो 500 रुपए से अधिक नहीं है। यही धोखा उसको ब्लू मरीन शो रूम पर भी दिया गया। उसको हेंड मेड सूट कहकर बाजार से लाया गया सस्ता सूट 180 यूरो करीब 15 हजार में बेच दिया गया।
॥ हमारी संस्था पर्यटकों की सुरक्षा और सहायता के लिए काम करती है। इस मामले के लिए में पिछले तीन महीने में पांच बार पुलिस अधीक्षक और स्थानीय पर्यटन केंद्रों को लिखित में शिकायत दे चुका हूं। मैं खुद भी उदयपुर आया, लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कारवाई नहीं हुई। ऊपर से हमारे स्थानीय कार्यकत्र्ता के साथ मारपीट कर उसके ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
-अमित अग्रवाल,
पर्यटन सुरक्षा सहायता संस्था कम्पेनियन, दिल्ली
॥मुझे ठगी के मामले की कोई जानकारी नहीं है और इसकी जांच भी मेरे पास नहीं है। अमज़द खान के साथ मारपीट की जांच मेरे पास है, जिसमें दोनों तरफ से क्रॉस केस किए गए हैं।
-माधोसिंह, एसआई घंटाघर थाना
॥पर्यटक के साथ धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस स्टेशन पर नहीं हुई थी। पर्यटकों के लिए काम कर रहे दिल्ली के कुछ लोगों ने पर्यटकों के साथ हो रही धोखाधड़ी के बारे में जरूर बताया था। फिर भी इस मामले की जांच करवाई जाएगी। अमजद खान के साथ हुई मारपीट आपसी विवाद है, जिसका इस धोखाधड़ी से कोई लेना-देना नहीं है।
-अजय लांबा, एसपी उदयपुर