उदयपुर . उरी में शहीद हुए राजसमंद के जवान निम्बसिंह रावत जब आखिरी सफर पर निकले तो उन्हें विदा करने हुजूम उमड़ पड़ा। तिरंगे में लिपटे हुए शहीद की अंतिम यात्रा जहां से भी गुजरी, वहां खड़े हर शख्स ने उस जांबाज को सलाम किया। कइयों की आंखें नम हो गईं। देशभक्ति तरानों के साथ माहौल गमगीन जरूर हुआ लेकिन दिलों में जोश और आंखों में फख्र नजर आया।
करीब सुबह 8.30 बजे बजे भीम के विश्राम गृह से शहीद निम्बसिंह की अंतिम यात्रा जुलूस के रूप में निकली। यहां बलाइयों का कुआं से शहीद के पैतृक गांव राजवा के लिए प्रस्थान किया। यह गांव भीम से 30 किमी. दूर है। यात्रा के दौरान सैकड़ों की तादाद में युवा, बुजुर्ग, महिलाएं-बच्चे घरों की चौखटों पर, छतों पर और सड़कों पर खड़े थ तो पैदल, मोटरसाइकिल व कारों में साथ-साथ चल रहे थे। बीच-बीच में स्कूल के विद्यार्थियों व कई अन्य लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की। शहीद जवान अमर रहे, भारत माता की जय आदि जयकारों से माहौल गूंज उठा।
राजवा पहुंचने पर शहीद की पत्नी रोड़ी देवी को पार्थिव देह के दर्शन कराए गए। पत्नी व चारों बच्चों ने पुष्पचक्र अर्पित किए। इस दौरान शहीद की पत्नी और चारों बच्चों की आंखों से आंसू छलछला गए। उदयपुर से पहुंची सेना की टुकड़ी और राजस्थान पुलिस के जवानों ने 50 राउंड फायर किए। शहीद को सलामी दी गई और फिर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को मुखाग्नि उनके बेटे चंदनसिंह ने दी।
अंतिम संस्कार में संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा, आईजी राजीव दासोत, जिला कलक्टर राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी, मगरा विकास बोर्ड के चेयरमैन विधायक हरि सिंह रावत राजसमंद जिला प्रमुख प्रवेश कुमार सालवी कुंभलगढ़ पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर, पीसीसी चीफ सचिन पायलट पूर्व गृह राज्य मंत्री लक्ष्मण सिंह रावत, अजमेर जिला प्रमुख वंदना नोगिया पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर, पूर्व सांसद रासा सिंह रावत पूर्व सांसद गोपाल सिंह ईडवा मौजूद थे