उदयपुर. संभाग के सभी अभ्यारानो में वन्य जीवों की गणना २५ व् २६ मई को की जायेगी जिसमे वन्य कर्मी सहित पर्यावरण प्रेमी व् विद्यार्थी भी अपना योगदान दे सकेगे । गणना के पूर्व अगले सप्ताह अरण्य कुटीर में प्रशिक्षण दिया जायेगा ।गणना कुम्भल गड़ , सीतामाता अभ्यारण सज्जन गड़ जयसमंद , में होगी ।
उपमुख्य वन्य जीव प्रतिपालक राहुल भटनागर ने बताया की वन्य जीव गणना को लेकर वन्य जीव प्रेमी और विद्यार्थी बहुत उत्सुक रहते है और उनके लिए ख़ास इंतजाम भी किये जाते है तथा उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाता है ।
भटनागर ने बताया की वन्यजीव गणना में तरह-तरह की विधि का उपयोग किया जाएगा। मुख्य रूप से वाटर होल और पग मार्ग द्वारा गणना होगी।
भटनागर ने बताया कि वन्यजीवों की गणना में वाटर होल वाला स्थान गणना में महत्वपूर्ण है। यहां पर नजर रखकर वन्यजीवों की गणना में आसानी रहती है।
पगमार्क से पता लगाएंगे गणनाकर्मी: विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा का कहना हैं कि वाटर होल के पास एक बार वन्यजीवों के आने का क्रम होता ही है। पदचिह्नों (पगमार्क) के शेप को गणनाकर्मी प्लास्टर ऑफ पेरिस के द्वारा लेकर पता लगाएंगे कि कौन सा वन्यजीव था।
दो दिन सैलानियों को प्रवेश नहीं: सैलानियों को गणना वाले दिन (25 व 26 तारीख) को अभयारण्यों में प्रवेश से पूर्णत वंचित रहना पड़ेगा।