डूंगरपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों द्वारा मंगलवार को की गई कार्यवाही के तहत समाज कल्याण विभाग में कार्यरत एक संविदा कर्मी द्वारा एक युवक को छात्रवृति की राशि दिलाने व समयावधि निकल जाने के बावजूद छात्रवृति में नाम जुडवाने के नाम पर २-२ हजार की रिश्वत लेते ब्यूरों ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
ब्यूरों के पुलिस उप अधीक्षक कन्हैयालाल गुर्जर ने बताया कि एम.बी.कॉलेज डूंगरपुर में पशु पालन विभाग में प्रशिक्षण ले रहे प्रार्थी गजेन्द्र परमार पुत्र विमल कुमार परमार निवासी रागेंला पुनाली ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि समाज कल्याण विभाग मे कार्यरत संविदा कर्मी न्यू कॉलोनी निवासी राकेश पुत्र केसरीमल जैन द्वारा वर्ष २०११-१२ की छात्रवृति १९ हजार को स्वीकृत कराने तथा उसके एक साथी पवन तबियाड जो कि छात्रवृति का आवेदन करने का समय निकल जाने के पश्चात पुन: आवेदन करवाने की एवज में २-२ हजार रूपये की मांग रखी।
उल्लेखनीय है कि जिला परिषद व पंचायत समिति की बैठकों में जिले भर के जनप्रतिनिधियों द्वारा छात्रवृति समय पर नहीं मिलना तथा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कई बार ध्यान आकर्षित किया लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया गया। जिसके कारण इस क्षेत्र के गरीब को समय पर छात्रवृति नहीं मिल पाती है। तथा इसमे व्याप्त भ्रष्टाचार की पुष्टि एक संविदा कर्मी के जरिये विभागीय कार्मिकों की मिलीभगत को उजागर करता है। यदि इसमे ब्यूरों द्वारा बारिकी से जांच की जाये तो इस जिले में छात्रवृति के नाम पर चल रहे गौरखधन्धे का भी भाण्डा फूट सकता है।