उदयपुर। राजस्थान में चुनावी शंखनाद करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के डवलपमेंट के साथ ही आम आदमी का विकास भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के डवलपमेंट को ही करवाना चाहता है, लेकिन जब तक इंफ्रास्ट्रक्चर को डवलप करने वाले आम आदमी का विकास नहीं होगा, तब तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई मतलब नहीं है।
राहुल गांधी आज दोपहर सलूंबर-बांसवाड़ा मार्ग पर गणेश घाटी में आयोजित कांग्रेस की ऐतिहासिक आदिवासी-किसान रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष की सोच है कि देश में पुल, एयरपोर्ट, सड़कें बने। उन्होंने कहा कि ये सबकुछ बनना चाहिए, लेकिन उसके साथ आम आदमी का पेट भी भरना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अंतिम व्यक्ति संतुष्ट नहीं है, वो भूखा है, तो ऐसी सरकार का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने भोजन और निशुल्क दवा का अधिकार दिया है। उन्होंने गुरु-शिष्य की कहानी का उदाहरण देते हुए कहा कि विपक्ष अगर हम पर गुस्सा करता है, तो करें। हम उनके गुस्से को स्वीकार नहीं करते हैं। कांग्रेेस का प्रत्येक सिपाही जनता के सपनों को साकार करने में जुटा हुआ है, जो होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि यूपी में मजदूरों की हालत काफी खराब है, लेकिन कांग्रेस शासित प्रदेशों में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष पार्लियामेंट में फूड बिल के विरोध में था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह इस बिल को पास करवाने मेंं जुटे रहे और अंतत: जीत हुई। अब देश में कोई भूखा नहीं सोएगा। राहुल गांधी की सभा में करीब डेढ़ लाख से अधिक लोग जुटे थे। मंच पर सांसद रघुवीर मीणा ने मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर राहुल गांधी का स्वागत किया, जबकि बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद ताराचंद भगोरा ने तीर-कमान भेंट किए।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए आम आदमी और अंतिम आदमी के लिए योजनाएं बनाई है, जिससे आम आदमी का भला हो रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को मुख्यधारा से जोडऩा सरकार का ध्येय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ने चहुंमुखी विकास किया है। समारोह को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, सांसद ताराचंद भगोरा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी आदि ने संबोधित किया। सभा में मंच पर कांग्रेसी नेता शीशराम ओला, केंद्रीय मंत्री सचिन पायलेट, नमोनारायण मीणा, प्रदेश के प्रभारी गुरदास कामत, देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला आदि मौजूद थे। समारोह का संचालन महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने किया।
सुराज सम्मेलन का जवाब : जयपुर में कल अमरूदों वाले बाग में हुए भाजपा के सुराज सम्मेलन से राज्य विधानसभा चुनाव का आगाज किया था। भाजपा के सम्मेलन में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए काफी संख्या में भीड़ जुटी थी, वहीं कांग्रेस ने सलूंबर में आदिवासी किसान रैली आयोजित करके भाजपा को जवाब दिया है। सलूंबर में हुई राहुल गांधी की सभा के साथ ही राज्य में चुनावी बिगुल बज चुका है।
राहुल की ऐतिहासिक सभा
सलूंबर में आयोजित कांग्रेस के किसान-आदिवासी सम्मेेलन से पूर्व कांग्रेस ने सवा दो लाख लोगों को जुटाने की घोषणा की थी। सम्मेलन शुरू होने से पूर्व ही पूरा पांडाल खचाखच भर गया था और अंत तक सभास्थल पर जाने वाली सड़कों पर आदिवासियों का हुजूम उमड़ता देखा गया।
यादव को मारे धक्के
कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सचिव दिनेश यादव जब सभास्थल पर स्टेज की तरफ जाने लगे, तो एसपीजी ने उन्हें रोक दिया। सुरक्षा कारणों के कारण एसपीजी काफी सतर्क थी। इस दौरान यादव एसपीजी अधिकारियों से उलझ गए, तो उन्हें वहां से धक्के मारकर हटा दिया गया।
पानी के लिए मारामारी
सभास्थल पर बने वीआईपी पांडाल में भीषण गर्मी के दौरान जब पानी के कर्टन पहुंचे, तो पानी की बोतलों के लिए वीआईपी भी छीना झपट्टी करने लगे। सभास्थल के अंदर किसी को भी कोई भी चीज लेकर नहीं घुसने दिया गया।
चार किलोमीटर की पैदल यात्रा
राहुल गांधी की सभा के लिए बांसवाड़ा-सलूंबर मार्ग पर गणेश घाटी पर पांच लाख स्क्वायर फीट का पांडाल बनाया गया था। सभास्थल से चार किलोमीटर दूर ही वीआईपी को छोड़कर सभी वाहनों को रोक दिया गया, जिससे आदिवासियों को पैदल ही सभास्थल तक पहुंचना पड़ा।
सभी रास्ते पर जाम
सभास्थल तक पहुंचने के लिए सभी रास्तों पर आदिवासियों की भीड़ उमड़ रही थी। आदिवासी पारंपरिक तरीके से थाली-मादल बजाते हुए सभास्थल पर पहुंचे। वहां पर पहुंचने वाली सभी बदसे ओवरलोड थी। बसों की छतों पर भी आदिवासी थाली-मादल बजाते हुए नजर आए।
गिरिजा की बात नहीं समझे राहुल
सलूंबर में रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने कहा था कि पहले यह नारा था कि आधी रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे, लेकिन अब राइट टू फूड बिल लाकर बता दिया है कि चार-चार रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे। इसको राहुल गांधी समझ नहीं पाए। राहुल को लगा कि डॉ. गिरिजा पुराना नारा ही लगा रही है। इसलिए राहुल ने अपने भाषण में कहा कि डॉ. गिरिजा जी ये नारा अब पूरा हो गया है। समय बदल गया है। अब चार-चार रोटी खाएंगे और कांग्रेस को लाएंगे। यह सही नारा है।