राज्य का युवा, किसान, गरीब सभी परेशान: राजे
’जय-जय राजस्थान’ के साथ हुई सभा का समापन
उदयपुर, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की सुराज संकल्प यात्रा के प्रथम चरण का समापन मंगलवार को उदयपुर के गांधी ग्राउण्ड पर हुआ। सभा में वसुंधरा राजे ’आओ मिलकर साथ चले’ का जनता से आव्हान किया।
समारोह में तीन घंटे देरी से पहुंची वसुंधरा राजे ने अपने भाषण में राज्य सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मेरी १३ दिन में यात्रा में मेरे सम्मान किया गया। कहीं चुनरी ओढाई गई। उस चुनरी का कोई मौल नहीं पर बुजुर्ग महिलाओं ने मुझे अपनी बेटी बनाया तो किसी ने बहन बनाया जो मुझे मेरे परिवार का अहसास कराता है। मैं मेरे परिवार को विश्वास दिलाती हूं कि वे जहां भी रहेंगी सेवा करेगी और उन्हें कभी कलंकित नहीं होने देंगी। कांग्रेस के राज में जनता दुखी हुई है, इस सरकार ने कभी उनका मुसीबत में साथ नहीं दिया वे हमेशा ही उन्हें दुखी रखकर खुश हुए है। यात्रा के दौरान राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए की गई घोषणाओं की भी जानकारी उन्हें जयपुर से मिलती रही परन्तु उनमें से अभी तक कोई भी योजनाएं जमीन पर नहीं आई है। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान उन्होंने नौजवानों की आंखो में दर्द देखा। बेरोजगारी के कारण राज्य राज्य का युवा परेशान है।
राजे ने अपने भाषण में कहा कि कई बुजुर्ग महिलाओं ने महंगाई के बारे में उन्हें बताया। इस राज्य सरकार ने किसानों को भी दुखी कर दिया। आज किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो चुका है। उन्होंने लोगों को आव्हान करते हुए कहा कि आज जनता चाहती स्वयं सरकार को हटानी चाहती है।
उन्होंने कहा कि जिस समय वे राज्य की मुख्यमंत्री बनी तब राज्य बीमारू प्रदेश की श्रेणी में आता था। हमने सरकार में आते ही राज्य की हालत को सुधारा। राजे ने कहा कि यदि हमें पांच साल और मिलते तो हम राजस्थान ’अग्रणी’ राज्य बन जाता।
उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों को आव्हान किया कि क्या वे नहीं चाहते कि २४ घंटे बिजली मिल और उनके बच्चों का सपना पूरा हो। इसके लिए हम सब को साथ मिलकर चलना होगा।
१५००० की भीड: वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा के समापन कार्यक्रम में करीब १५००० हजार की भीड जुटी। भीड में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। अधिकतर महिलाओं एवं पुरूषों को ग्रामीण क्षेत्र से जुटाया गया था।
कार्यकर्ताओं ने रोका: वसुंधरा राजे के सभास्थल पर तीन घंटे देरी से पहुंचने के कारण जब कटारिया भाषण देने आए उसके पश्चात महिलाओं की भीड उठकर जाने लगी। इस पर भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए हाथ जोडकर बैठने की विनती की। कई महिलाओं ने यह कह डाला कि- घर पर खाना बनाना और घडी में आठ बज चुकी है।
कटारिया ने जोडे कार्यकर्ताओं के हाथ: वसुंधरा राजे सिंधिया के सभास्थल पर पहुंचते ही मंच के समीप ही भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड जुट गई। इस दौरान मंच से ही भाजपा के प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने हाथ जोडकर कार्यकर्ताओं से जहां जगह है वहीं बैठने की विनती की।
वसुंधरा को माला पहनाई: सुराज संकल्प यात्रा के समापन अवसर पर कार्यक्रम में वसुंधरा राजे का मंच पर स्वागत करते हुए कटारिया ने पहले पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को माला पहनाई एवं महाराणा प्रताप की प्रतिमा भेंट की। इसके पश्चात उन्होंने वसुंधरा राजे सिंधिया का माला पहनाई जिस पर वसुंधरा राजे ने उठकर कटारिया का हाथ पकड जनता के सामने विजयी घोष लगाते हुए ’जय-जय राजस्थान’ का नारा लगाया।