उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना, मात्र वैसी ही अफवाह है, जैसी गणेशजी की मूर्तियों के दूध पीने की उड़ी थी। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले यह अफवाह उड़ाई गई है। यह जांच का विषय है कि ऐसी अफवाह किसने और क्यों उड़ाई। मुख्यमंत्री गहलोत ने आज सुबह डबोक एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि निकट भविष्य में उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना संभव नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच को लेकर न तो सरकार की तरफ से कोई प्रस्ताव भेजा गया, न ही कानून मंत्री और चीफ जस्टिस के पास कोई प्रस्ताव भेजा गया। उन्होंने कहा कि ये अफवाहें क्यों उड़ी? किसने वकीलों को गुमराह किया? ये कोरा एक षडयंत्र है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि वकील बार-बार हड़ताल करते हैं, जिससे जनता को परेशानी होती है। वकील हर बात पर हड़ताल का रास्ता अपनाते हैं, जो गलत है। वकीलों को हड़ताल की बजाए बातचीत का तरीका अपनाना चाहिए, जिससे समस्या का समाधान हो सके। उनको चाहिए कि वे अपनी बात तरीके से रखे।
आज सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत, महेंद्रजीतसिंह मालवीया, खेलमंत्री मांगीलाल गरासिया डबोक के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां से ये सभी नेता सलूंबर के लिए रवाना हो गए। ये सभी नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 11 सितंबर को सलूंबर में होने वाले आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करने के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने यहां पहुंचे।
मुख्यमंत्री से मिलने उमड़ी भीड़
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी से मिलने के लिए एयरपोर्ट पर काफी संख्या में कांग्रेसी नेता, कार्यकर्ता और शहरवासी पहुंचे। श्री गहलोत के एयरपोर्ट के बाहर आते ही अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगने शुरू हो गए और लालसिंह झाला के समर्थकों ने लाल सिंह झाला के जिंदाबाद के नारे लगाए, तो सीपी जोशी जिंदाबाद के नारे भी लगे। शहर से केके शर्मा के नेतृत्व में जो प्रतिनिधि मंडल आया, उसमें रियाज मोहम्मद, रसीद खान आदि ने आने वाले विधानसभा चुनाव में केके शर्मा को टिकिट देने की मांग की। उधर लालसिंह झाला के समर्थकों ने भरपूर शक्ति प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री के स्वागत में एयरपोर्ट आने वालों में वीरेंद्र वैष्णव, त्रिलोक पूर्बिया, रूपकुमार खुराना, मधु मेहता, चंदा सुहालका, देवकीनंदन काका, दरियावसिंह चूंडावत, गोपाल नागर, पंकज शर्मा, केके शर्मा, अजय पोरवाल, मोहम्मद अयूब आदि थे।