उदयपुर, मार्च को होली पर्व के मद्देनजर महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के तत्वावधान में दिनांक 23 मार्च से 26 मार्च 2013 तक सिटी पैलेस संग्रहालय के सभाशिरोमणी का दरीखाना में पारंपरिक चित्रकला के समन्वयन एवं उत्कर्ष हेतु प्रदर्शनी के साथ कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। पारंपरिक संगीत कला के प्रोत्साहन के क्षेत्र में फाउण्डेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों के तहत इन्हीं दिनों भारतीय शास्त्रीय संगीत के अलावा होली पर गाए बजाए जाने वाले विशेष लोक वाद्यों से भी पर्यटकों को लुभाया जाएगा।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ की होली के रंगों के प्रति दूरगामी सोच को फाउण्डेशन ने एक कार्यशाला एवं समारोह में पिरोने की कोशिश की है। फाउण्डेशन का उद्देश्य होली में पारंपरिक चित्रशैली एवं विभिन्न रागों का ज्ञान कलाप्रेमियों को प्रदान करना है। राजमहल में होली के त्यौहार पर विगत 150 वर्षों में की जा रही यह अनूठी पहल है।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि 23 मार्च शनिवार को सिटी पैलेस प्रांगण स्थित सभाशिरोमणी का दरीखाना में रंग कार्यशाला में उदयपुर की कलाकार अदिती बाबेल के संयोजन में मोलेला, कांच एवं ठीकरी, मिनिएचर पेंटिंग, फड़ पेंटिंग आदि के कलाकारों के साथ प्रदर्शनी एवं कार्यकलाप किए जाएंगे। रंग 25 मार्च तक सुबह 10.30 से 4.30 बजे तक जारी रहेगी।
इसी के तहत जनाना महल की एक्जीबिट गैलरी में चित्र प्रदर्शनी 26 मार्च तक आयोजित की जाएगी। विभिन्न कलाकारों के चित्रों की प्रदर्शनी का संयोजन मुंबई के उशत गुलगुले करेंगे। 23 मार्च शाम 6.30 बजे ऐतिहासिक माणक चौक में कत्थक कलाकार स्वाति सिन्हा द्वारा होली के राग-रंगों के साथ प्रस्तुति दी जाएगी। 24 मार्च रविवार को प्रात: 5.30 बजे सिटी पैलेस के खुशमहल प्रांगण में पंडित रामकृष्ण बोस द्वारा संतूर वादन किया जाएगा। इनके साथ हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत ममता शर्मा प्रस्तुत करेंगी। रविवार शाम को माणक चौक में ही होरी गीत एवं ठुमरी पर भावभीनी प्रस्तुति शास्वती मण्डल पॉल द्वारा दी जाएगी। 25 मार्च सोमवार को माणक चौक में शाम 6.30 बजे होली पर आधारित नृत्य नाटिका होरी धूम मची रे… श्री जयकिशन महाराज एवं उनके साथियों द्वारा प्रस्तुत की जाएगी। 26 मार्च मंगलवार को शाम 6 बजे माणक चौक में होलिका दहन होगा।