चेटक पर भू-डाके की जांच शुरू

Date:

chetउदयपुर। चेटक सर्कल पर, चेटक सिनेमा के सामने, आम सड़क के सार्वजनिक सुविधा क्षेत्र पर निर्माण की स्वीकृति देने के मामले में जांच शुरू हो गई हैं। जिला कलेक्टर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और नगर निगम ने अपने-अपने स्तर पर अनुसंधान शुरू कर दिया है। क्रमददगारञ्ज ने करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के इस मामले का दो दिन पहले खुलासा किया था।

चेटक सर्कल पर बनाए जा रहे चेटक काम्प्लेक्स को निर्माण की स्वीकृति नगर निगम की इम्पावर्ड कमेटी ने 9 फरवरी २०१३ को दी। इस बैठक में नगर निगम की मेयर श्रीमती रजनी डांगी, तत्कालीन कमिश्नर सत्यनारायण आचार्य और डिप्टी टाउन प्लानगर राजेश वर्मा मौजूद थे। पता चला है कि उस समय निगम में जन प्रतिनिधियों की अध्यक्षता वाली सभी समितियां जीवित थी। नियमानुसार यह फाइल निर्माण स्वीकृ ति समिति की बैठक में पारित होने के लिए प्रस्तुत होनी चाहिए थी, लेकिन इसे सीधे इम्पावर्ड कमेटी में रख कर पारित करवा दिया गया। इस बारे में निर्माण स्वीकृति समिति की चैयरमेन श्रीमती किरण जैन ने बताया कि उनसे २६-१०-१२ के बाद सारे अधिकार ले लिए गए थे।

नगर निगम की एम्पावर्ड कमेटी का गठन सार्वजनिक हित के नीतिगत निर्णय करने के लिए किया गया, लेकिन एम्पावर्ड कमेटी की चेयरमैन मेयर रजनी डांगी, तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर और डिप्टी टाउन प्लानर ने चेटक सिनेमा घर के मालिक (एक व्यक्ति) को लाभ पहुंचाते हुए करोड़ों की सार्वजनिक हित की जमीन पर निर्माण स्वीकृति दे दी। उल्लेखनीय है कि चेटक सिनेमा घर के मालिक सैफुद्दीन बोहरा को १९९२ में हुए फिल्मोत्सव के दौरान सिनेमाघर के सामने तत्कालीन कलेक्टर ने करीब चार हजार स्क्वायर फीट जमीन पर पार्किंग की इजाजत दी थी, लेकिन बाद में सिनेमाघर के मालिक ने वहां पर पक्की चारदीवारी बनाकर कब्जा कर लिया। यहां पर यह बताना जरूरी है कि उक्त जमीन सड़क यानी कि सार्वजनिक हित की है, जिसका न तो भू उपयोग बदला जा सकता है और ना हीं वहां पर किसी भी प्रकार की निर्माण स्वीकृति जारी की जा सकती है। नियमों को ताक में रखकर नगर निगम ने भारी भ्रष्टाचार करते हुए सिनेमाघर के मालिक को यह निर्माण स्वीकृति जारी की है।

:यह तकनीकी मामला है। निर्माण स्वीकृति क्यों जारी की गई है। इस संबंध में डीटीपी बताएगा। अब मैं नगर निगम को भूल चुका हूं। याद भी नहीं है। कौन सा मामला है। किसको स्वीकृति दी। मुझे कुछ जानकारी नहीं है।-सत्यनारायण आचार्य,

तत्कालीन कमिश्नर, नगर निगम

:मैंने चेटक सिनेमा घर की जमीन पर बन रहे कॉम्पलैक्स के मामले में फाइल तलब कर ली है। इस मामले की जांच की जाएगी। सार्वजनिक जमीन पर कब्जा पाया गया, तो निश्चित रूप से दोषी अधिकारियों और कॉम्पलैक्स मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-राजेंद्र प्रसाद गोयल, एएसपी, एसीबी

:मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। मैं इस मामले की फाइल तलब करके जांच करवाता हूं।

-आशुतोष पेडणेकर, कलेक्टर, उदयपुर

मैं भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं: रजनी

नगर निगम की मेयर रजनी डांगी ने कहा कि इस मामले में मेरे सामने जो तथ्य रखे गए थे और अधिकारियों ने जो नियम बताए थे। उन्हें देखते हुए निर्माण स्वीकृति दी गई है। आप यह मामला मेरे ध्यान में लाए हो, तो कमेटी बनाकर इसकी जांच करवा रही हूं। अगर गलत तथ्य हुए, तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार में मैं लिप्त नहीं हूं। एम्पावर्ड कमेटी के सामने जो भी कागजात व नक्शे पेश किए गए थे। उसी आधार पर स्वीकृति जारी की है। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है। अगर कुछ गलत हुआ है तो काम रोक दिया जाएगा तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Shabana Pathan
Shabana Pathanhttp://www.udaipurpost.com
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

हिन्दुस्तान जिंक के स्वास्थ्य अभियान के तहत विश्व स्तनपान सप्ताह आयोजित

हिंदुस्तान जिंक, द्वारा स्वास्थ्य अभियान के तहत् विश्व स्तनपान...

हिंदुस्तान जिंक द्वारा खनन कार्यों में आंतरिक प्रतिभा के कौशल एवं अवसर वृद्धि हेतु जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माइनिंग अकादमी’ का शुभारंभ

इस अनूठी पहल से भूमिगत खदानों में जंबो हेल्पर्स प्रमाणित ऑपरेटर बन सकेंगे - पांच महीने तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 सप्ताह का क्लासरूम इंस्ट्रक्शन शामिल होगा उदयपुर, 30 जुलाई, 2022: देश की एकमात्र और विश्व...

हिन्दुस्तान जिंक की आरडी माइन को स्वास्थ्य एवं सुरक्षा हेतु सिल्वर अवार्ड

हिन्दुस्तान जिंक के दरीबा स्मेल्टिंग काॅम्प्लेक्स के राजपुरा दरीबा...