उदयपुर. हिरणमगरी सेक्टर तीन स्थित मधु नर्सरी में मंगलवार शाम शादी समारोह था, लेकिन खुशियां नहीं थीं। मेहमान थे मगर उनके चेहरे उदास थे। शहनाई और म्यूजिक सिस्टम खामोश था।
सजे हुए स्टेज और कुर्सियां जैसे मेहमानों के आने का इंतजार कर रहे थे। फूलों से मानो खुशबू उड़ चुकी थी। यहां मुर्शीद नगर निवासी जफरुल्ला खान की बड़ी बेटी सायमा का निकाह होना था। बारात कोटा से उदयपुर आ रही थी, तभी चित्तौड़गढ़ के पास बारातियों की एक कार पलटने से दूल्हे की बहन व भतीजे की मृत्यु हो गई।
इस घटना से दोनों परिवारों की खुशियां गम में तब्दील हो गईं। शादी में आने वाले मेहमानों को भी नर्सरी में आधा अंधेरा और खामोशी देखी तो अनहोनी का अंदेशा हुआ। थोड़ी देर में इस हादसे का पता चला। यह देख और सुनकर उनके चेहरे भी उदास हो गए।
हादसे के बाद दूल्हे व उनके परिजनों के देर रात तक निकाह के लिए यहां पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन दोनों परिवारों में बातचीत के बाद शादी टाल दी गई। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार संभवत: निकाह बुधवार को होगा।
ऐसे हुआ हादसा
कोटा से उदयपुर जा रही बारात की कार चित्तौड़गढ़-कोटा फोरलेन पर स्थित तेजपुर गांव के पास टायर फटने से बेकाबू होकर पलट गई। कार में सवार दूल्हे की बहन तरन्नुम व भतीजे आतिफ की मौत हो गई, जबकि भाभी कहकशां तथा भांजा समर घायल हो गए। कार में बैठा डेढ़ साल का छोटा भतीजा आरिज कार से निकल कर नाले में जा गिरा। उसके चोट नहीं लगी।
उदयपुर जाने वाली बारात बिना निकाह के कोटा लौट आई। घायलों को तलवंडी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार सीएफसीएल में इंजीनियर शाहीक पठान का उदयपुर में मंगलवार को निकाह होना था। एक बस व 7 कारों से बाराती निकाह में जा रहे थे। घायलों को कोटा लाकर तलवंडी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
एक कार में दूल्हे का बड़ा भाई तारीक पठान, भाभी कहकशां, बहन तरन्नुम, जीजा डॉ. रियाज मोहम्मद, भतीजे आतिफ, आदिल और भांजा समर सवार थे। पारसोली थाना क्षेत्र के तेजपुर गांव के पास नेशनल हाईवे पर अचानक उनकी कार का अगला टायर पंचर हुआ और अनियंत्रित हो गई।
कार की स्पीड तेज होने से हवा में लहराती हुई खेत में कूदी और वहां खड़े ट्रैक्टर पर गिरकर एक मकान में जा घुसी। कार में सवार तरन्नुम (30) तथा आतिफ (4) के गंभीर चोट लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। कहकशां के गर्दन की हड्डी टूट गई और समर के हाथ में चोट लगी। तारीक व डॉ. रियाज के मामूली चोटें आईं। आतिफ का छोटा भाई डेढ़ वर्षीय आरिज कार से निकलकर दूर नाले में जा गिरा, जिसे ग्रामीणों ने उठाया। हादसे के समय बारात के अन्य वाहन भी आगे पीछे ही थे। वे सब घटनास्थल पर आ गए। घायलों को कोटा लाकर तलवंडी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां कहकशां की हालत गंभीर बनी हुई है।
बहू के आने की खुशी में बज रही शहनाई खामोश हो गई
चंद घंटों पहले तक घर में शहनाई बज रही थी। परिवार घर में बहू के आने का इंतजार कर रहा था। अचानक हुए हादसे से परिवार की सभी खुशियां काफूर हो गई। घर में मातम पसर गया। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि हादसे ने परिवार का मासूम आतिफ और बेटी तरन्नुम को छीन लिया था। परिवार की बहू कहकशां जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है।
सुबह साढ़े 6 बजे विज्ञाननगर से बारात रवाना हुई थी। दूल्हे के चाचा शिक्षक नेता अजीम पठान ने बताया कि पहले रात को ही बारात को जाने का कार्यक्रम था, लेकिन कोहरे व अंधेरे की वजह से सुबह बारात को रवाना किया गया था। दो घंटे के बाद ही यह हादसा हो गया। पूरा परिवार हादसे से सदमे में है। हादसे के कारण पूरी बारात वापस कोटा आ गई। तरन्नुम का शव उसके ससुराल वाले मोड़क ले गए। जिनसे भी हादसे के बारे में सुना वह विज्ञाननगर घर पर पहुंचा। आतिफ को कोटा में ही सुपुर्दे खाक किया गया। उसके बाद अधिकतर परिवार वाले मोड़क तरन्नुम की गमी में पहुंचे।
मासूम को नहीं मालूम मां दुनिया में नहीं रही
तरन्नुम का बेटा समर हाथ में फ्रेक्चर होने से अस्पताल में है। उसे यह पता नहीं है कि उसकी मां अब दुनिया में नहीं रही। वहीं हादसे में घायल हुई कहकशां को भी नहीं पता कि बेटे आतिफ की मौत हो गई। हादसे के बाद से वह बेहोश है।
हवा में उछलकर गिरी कार
तेजपुर के पास हुए हादसे में कार जिस तरह से हवा में उछली और गिरी, उसे देख लोग हैरान रह गए। फोरलेन सड़क तेजपुर गांव से करीब 10 फीट ऊपर से गुजर रही है। तेज गति से आ रही कार सबसे पहले फोरलेन किनारे खंभे से टकराई। इसके बाद हवा में करीब डेढ़ सौ फीट उछलती हुई कार फोरलेन सड़क से नीचे खड़े ट्रैक्टर के बोनट पर गिरी और एक बार फिर उछलकर सामने स्थित मकान के बाहर लगे लोहे के चद्दरों से टकराकर नीचे जा गिरी। ट्रैक्टर व चद्दरों से टकराने के कारण बोनट व चद्दर भी टूट गए। इस हादसे को देखकर लोग आश्चर्य प्रकट कर रहे थे। कई लोग तो एक बार हवा में आती हुई कार का माजरा भी नहीं समझ पाए।
खुदा के करम से बची मासूम की जान
टायर फटने के बाद कार जैसे ही फोरलेन से नीचे हवा में उछली। उस समय कार के ट्रैक्टर के बोनट पर गिरने
से पहले करीब डेढ़-दो वर्षीय मासूम बालक समर नीचे जा गिरा, मगर वह सुरक्षित बच गया। उसे मामूली खरोंच ही आई। रिश्तेदार बार-बार एक ही बात कह रहे थे कि मौत आई, मगर मासूम खुदा के रहमोकरम ने उसे बचा लिया।