उदयपुर। शहर वासियों के दिल के करीब अपना अपना सा सागर , फतह सागर आखिर छलक गया . हर शहर वासी को ईद – दिवाली की खुशियों की तरह फतह सागर के छलकने का इंतज़ार रहता है . छलकने के पहले हर उदयपुर वासी की जुबां पर बस एक ही बात ” कई व्यो फतहसागर सागर छलक ग्यो कई”
शहर की फतहसागर झील के चार गेट बुधवार शाम 7.45 बजे एक-एक इंच खोल दिए गए। शहवासियों सहित पर्यटक और विदेशों में रह रहे उदयपुरवासियों ने फतहसागर झील के गेट खोले जाने पर खुशियां मनाईं। शहर की जान कहे जाने वाले फतहसागर का जल स्तर बुधवार शाम को 13 फीट का स्तर पार कर गया। उसके बाद मदार नहर से पानी की लगतार आवक को देखते हुए जल संसाधन विभाग की टीम ने इसके चार गेट एक-एक इंच खोल दिए। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता नितेश नायक ने बताया कि फतहसागर में पानी की आवक लगातार हो रही है। जल स्रोतों के अवलोकन के बाद यह निर्णय किया गया। फतहसागर की कुल भराव क्षमता 13 फीट ही है मगर कुछ साल पहले रपट की ओर एक फीट स्टील के पाटिये वेल्ड करवाने से अब इसकी ऊंचाई बढ़कर 14 फीट हो गई है। इससे पहले दिन में तेज हवा के साथ आती-जाती लहरों के साथ रपट वाले छोर से पानी का छलकना शुरू हो गया था। अब तक फतहसागर 34 बार छलक चुका है।
इस बार भी इसके गुरुवार तक छलकने की उम्मीद थी मगर इससे पहले ही गेट खोल दिए गए। बारिश का दौर पिछले पांच दिन से थमा हुआ है मगर मदार नहर से लगातार ढाई फीट पानी की आवक फतहसागर में हो रही है। फतहसागर के चार गेट खुलने के साथ ही जलराशि आयड़ होते हुए उदयसागर की ओर बढ़ चली। सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना मिलते ही पानी देखने बुधवार रात लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने खूब सेल्फियां लीं व बधाइयां दीं। इधर, स्वरूप सागर के दो गेट अभी छह-छह इंच खुले होने से आयड़ नदी में पानी की आवक बनी हुई है तो पिछोला में सीसारमा से ढाई, नांदेश्वर से दो फीट और देवास से छह इंच पानी की आवक हो रही है। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता नितेश नायक ने बताया कि लगातार आवक की समीक्षा के बाद ही गेट पर जल निकासी की मात्रा बढ़ाई या कम की जाएगी। इधर, उदयसागर भी अब मात्र ढाई फीट खाली रह गया है। फतहसागर के छलकने के बाद इसके अगले एक या दो दिन में छलक जाने की उम्मीद है।