उदयपुर, हजरत इमाम हुसैन की याद में मोहर्रम की सातवी तारीख को छड़ियों का जुलूस जोशो खरोश के साथ निकाला गया और बडी पलटन के ताजियों की सलामी के बाद मन्नते उतारी गयी।
हजरत ईमाम हुसैन और उनके 72 जांनिसारों को शहादत की याद में शहर के मुस्लिम मौहल्लों में छडियों का जुलूस निकला सुबह 9 बजे से ही लोहा बाजार स्थित जामा मस्जिद से शुरू हुआ जो अलीपुरा होता हुआ रहमानिया कॉलोनी पहुंचा तथा शास्त्री सर्कल होते हुए धोलीबावडी जहां जुलूस का जोरदार स्वागत हुआ। काली बावडी, कोठियों की गवाडी अंजुमन, कुंजरवाडी पहुंचा । खेरादीवाडा मे जुलूस का पारम्परिक तौर पर स्वागत किया गया। वहां से सिंधी सरकार की हवेली,मोची बाजार,नागानगरी, कल्लेसात,महावत वाडी,काजीवाडा, दरवान वाडी, सिलावट वाडी, कारवाडी होते हुए चेटक स्थित पलटन मस्जिद पहुंचा। जहां बडे ताजियो से सलामी की रस्म करायी गयी। छडियों के जुलूस में 17अलग अलग मौहल्लों की छडिया थी तथा 24 अलम शामिल थे। हजारों की संख्या में अकीदत मंद युवा ढोल नंगाडो के साथ एक मौहल्ले में पहुंचे हर मौहल्ले में छडियों के जुलूस का जोरदार स्वागत किया गया तथा पू*ल मालाएं छडियों पर चढाई गयी। छडियों पर नीबंू उतारे गये कई अकीदतम मंदी ने अपनी मन्नते उतारी। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस जाप्ता तैनात रहा। चेटक पर बडी पलटन के ताजियों से सलामी के दौरान हजारों की संख्या मे अकीदतमंद पहुंचे हाथीपोल से चेटक सर्कल तथा खचाखड भरा माहौल रहा। शाम करीब ५.३० बजे सलामी के बाद बडी पलटन के ताजियों का मुकाम वहीं रखा गया और मन्नते उतारने का दौर शुरू हुआ। पलटन मस्जिद के बाहर जियारत के लिये रखे गये ताजिये मौहर्रम की दसवीं तारीख को जुलूस के साथ रवाना होगें। छडियों के जुलूस के बाद हरवेन जी के खुर्रे से बेड वादकों द्वारा हसन हुसैन की नातों के साथ मेंहदी निकली गयी जो भडभूजा घाटी स्थित लंका पति बाबा की दरगाह तक गयी रात 8 से 11 बजे तक चलनेवाली इस रस्म में नात शरीफ , मनकबर,हम्द व मासिया ख्वानी पढी गयी।