चित्तौडगढ़ | राजस्थान में चित्तौडगढ़ जिले की राशमी पंचायत समिति में प्रधान पद की दावेदार महिला को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने की सूचना पर उसके ससुर की संदिग्ध रूप से ह्वदयाघात से मौत हो गई।
कार्यकर्ताओं ने उनकी मौत के लिए क्षेत्रीय विधायक को जिम्मेदार बताते हुए आक्रोश जताया है। विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने उनकी मौत को स्वभाविक बताते हुए स्वयं को इस विवाद से बाहर बताया।
वहीं, इस घटनाक्रम के बाद पुलिस सतर्क हो गई है। राशमी पंचायत समिति के वार्ड 14 से चुनाव लड़ कर पहली बार यह सीट भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने वाली रेखा देवी पिछले तीन दिनों से विधायक अर्जुन लाल जीनगर की बाडेबंदी में थी औैर रात तक पार्टी स्तर पर उन्हें प्रधान प्रत्याशी बनाए जाने की हरी झंडी दे दी थी।
लेकिन अचानक शनिवार सुबह उनके क्षेत्र में उनकी जगह मधुबाला नुवाल को प्रत्याशी बनाए जाने की सूचना फैल गई जिससे रेखा के ससुर गौरीशंकर व्यास को ह्वदयघात हुआ और उनकी मौत हो गई।
उनकी मौत की सूचना पर रेखा को भी पार्टी नेताओं ने बाडेबंदी से मुक्त कर राशमी पहुंचाया लेकिन उन्हें मौत की सूचना नहीं दी। इधर, प्रत्याशी बदले जाने व मौत की खबर के बाद बड़ी संख्या में रेखा के समर्थक उनके आवास पर जमा हो गए व इसके लिए क्षेत्रीय विधायक को जिम्मेदार बता उनकी प्रति आक्रोश जताया।
विधायक से इस बारे में संपर्क किए जाने पर उन्होंने स्वयं को जयपुर में होना बताते हुए कहा कि उनकी मौत का पुत्रवधू को प्रधान प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से कोई लेना देना नही है। इस दोहरी घटना के बाद राशमी पंचायत समिति में विजयी भाजपा के कुल 11 सदस्यों के भी दो फाड़ होने की जानकारी सामने आई है।