उदयपुर ,राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार, फूटा दरवाजा, उदयपुर में आयुर्वेद चिकित्सा पद्घति को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रत्येक बुधवार को लगने वाले शिविरों में आज 13 मार्च को पथरी रोग निवारण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें रोगियों ने चिकित्सा परामर्श लिया ।
शिविर प्रभारी आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि अत्यधिक मांस, पालक, भिण्डी, स्ट्राबेरी, टमाटर, दूध, पनीर, मछली, अण्डा, लम्बी फली युक्त दालो से एवं रात्रि में भोजन करने व पानी कम पीने से पथरी होने की संभावना बढ जाती है। इससे बचने के लिए समय पर भोजन करना, भोजन के 1 घण्टे पश्चात अत्यधिक पानी का प्रयोग करना, छाछ, तरबूज, रात्रि मे जल्दी भोजन करना चाहिए व वरूण की छाल, गोक्षुर, नारियल पानी, पाइनेपल जूस, केला, बादाम, नींबू, गाजर, करेला आदि का सेवन करने से पथरी रोग से बचाव संभव है। शिविर में पथरी होने के कारण, बचने के उपायो पर पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई। शिविर मे डॉ. औदीच्य के साथ नर्स रूकमणी कलासुआ, रूकमणी परमार, इन्दिरा डामोर, शंकरलाल मीणा, रामसिंह ठाकुर ने अपनी सेवाएं दी।