निकटवर्ती ग्राम बांसेली-डेर में बुधवार रात डकैती के इरादे से मकान में घुसे सशस्त्र नकाबपोशों को घर की महिलाओं ने मुश्किल वक्त में भी हिम्मत और सजगता दिखाई। दिलेर महिलाओं की हिम्मत देखकर लुटेरों को उल्टे पांव वापस भागना पड़ गया।
बांसेली-डेर निवासी एक नर्सरी मालिक मनोहर अजमेरा के घर में रात करीब साढ़े 9 बजे हथियारों से लैस 7-8 नकाबपोश घुस आए। लुटेरों ने अजमेरा की पत्नी हेमा से तिजोरी की चाबी मांगी। लुटेरों ने अजमेरा की पुत्री विमला व पुत्रवधू किरण के मुंह पर फेविस्टिक टेप चिपका दी।
इस दौरान घर का मासूम बालक विधान रोने लगा तो लुटेरों ने उसकी कनपटी पर पिस्तौल तान दी। इस बीच घर का ही एक अन्य बालक भरत घर से मुख्य द्वार की ओर भागा तो एक नकाबपेाश ने उसके कान पर चाकू से वार किया। हेमा ने चाबी अन्य कमरे में बताई तो लुटेरों ने उसके साथ मारपीट की। एक नकाबपोश ने हेमा के सिर के बाल पकड़ कर खींचे और कान से सोने का टॉप्स तोड़ लिए। हेमा के अनुसार छीना-झपटी के बीच घर की महिलाएं कमरे में जा घुसीं।
बाद में भीतर से कुंडी लगाकर मोबाइल फोन से परिजन को वारदात की इत्तला कर दी। इस पर नकाबपोश लुटेरे खतरा भांगते हुए भाग निकले। इत्तला मिलने पर करीब आधा घ्ंाटे बाद पहुंची पुष्कर थाना पुलिस ने मौके से लुटेरों का लाया एक बेसबॉलनुमा लकड़ी का डंडा तथा दस्ताने बरामद किए।
कार और बाइक पर आए
हेमा अजमेरा के अनुसार तो लुटेरे काले रंग की बोलरो कार में आए थे। उनके साथ एक मोटरसाइकिल सवार युवक भी था। दोनों वाहन पास की फैक्टी के द्वार के बाहर खड़े किए गए। इस दौरान लुटरों ने घर में घुसने से पहले आने-जाने वालों पर नजर रखी। बाद में घर में घुसे।