चित्तौडगढ, । दस दिन पूर्व हुए नेहा हत्याकाण्ड के मामले में फरार चल रहे किरायेदार को पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार कर लिया। इस हत्या काण्ड में किरायेदार ही युवती का हत्यारा निकला। आपसी लेन-देन के चलते किरायेदार ने युवती की हत्या कर दी थी। हत्यारो को पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार, ५ मार्च २०१३ को मन्जु सैन ने एक रिपोर्ट सदर थाने में दर्ज कराई थी कि नेहरू नगर में उसका स्वयं का मकान है। जिसमें से एक कमरा उसने मोहम्मद सलीम निवासी गल्र्स स्कूल के पास कपासन हाल विद्यार्थी मित्र मांगरोल को दे रखा था। वह आठ वर्षो से उसी कमरे में रह रहा था। उस मकान में मेरे अलावा मेरे साथ मेरी पुत्री नेहा (१९) उर्फ काजल भी रहती है। ५ मार्च को मन्जु सैन प्रात: घर से अन्य लोगो के यहां खाना बनाने के लिए गई हुई थी। जब वापस ११.३० बजे आई तो नेहा व मोहम्मद सलीम घर पर नही मिले। इस पर मोहम्मद सलीम पर नेहा को भगा ले जाने की शंका जाहिर की। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी थी। इस दौरान नेहा की लाश उसी मकान के अन्दर बने पानी के टेंक में उल्टे मुंह तैरते हुए मिली। इसी दौरान नेहा व मोहम्मद सलीम पिता वजीर खां मेवाती निवासी गल्र्स स्कूल के पास कपासन का भी मोबाईल बन्द मिला। सलीम का मोबाईल बन्द होने व उसके घटना स्थल पर गायब होने पर शक की सुई पूरी तरह सलीम पर ही ठहर गई थी। पुलिस सलीम की तलाश में जुटने के लिए लामबन्द हो चुकी थी। पुलिस अधीक्षक राघवेन्द्र सुहार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशाराम चौधरी व पुलिस उप अधीक्षक के निर्देशानुसार मोहम्मद सलीम की तलाशी के लिए एक टीम का गठन किया गया। जिसमें पुलिस निरीक्षक अनील जोशी, मुंशी मोहम्मद, नगजीराम, महेन्द्रसिंह, विकास राघव, मनजीतसिंह, मुकेश, भूपेन्द्रसिंह शामिल थे। इन्होने सलीम की गिरफ्तारी के लिए अजमेर, जावरा, मावली, कपासन आदि स्थानो पर दबिश दी, मगर कही सफलता हासिल नही हुई। इस दौरान पता चला कि सलीम कोटा में दिखाई दिया है। जिस पर टीम ने हत्यारे सलीम को कोटा से गिरफ्तार कर लिया। सलीम से पुछताछ में यह बात सामने आई है कि मन्जुदेवी ने जब नेहरू नगर में मकान बनाया था तब मन्जुदेवी ने मोहम्मद सलीम से एक लाख दस हजार रूपये उधार लिये थे। तभी ने मोहम्मद सलीम मन्जुदेवी के मकान में रह रहा था। मन्जुदेवी द्वारा पिछले ४-५ पांच माह से मोहम्मद सलीम को रूपये लेकर मकान खाली करने का तकाजा किया जा रहा था। जो बात मोहम्मद सलीम को नागवार गुजरी और पिछले कुछ दिनो से तो हालात यह हो गए कि मोहम्मद सलीम व मन्जुदेवी के मध्य रोजाना कहा-सुनी होने लग गई थी। ५ मार्च के दिन मोहम्मद सलीम सुबह आठ बजे मन्जुदेवी के घर पहुंचा। जहां नेहा सो रही थी। दोनो के मध्य वापस विवाद हुआ। जिसके चलते मोहम्मद सलीम ने नेहा का गला दबा दिया। जिससे नेहा बेहोश हो गई। सलीम ने उसे मरा हुआ समझा और उसको घसीता हुआ घर के अन्दर की बने पानी के टेंक में डाल दिया और टेंक का ढक्कन बन्द कर मकान के बाहर ताला लगा कर वहां से फरार हो गया। इसके पश्चात मोहम्मद मुम्बई, रतलाम, इन्दौर, जावरा, कोटा की तरफ चला गया। पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार किये गये मोहम्मद सलीम को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया है।
सूत्रो के अनुसार, लगभग ८-९ वर्षो से सलीम मन्जुदेवी के मकान में किराये पर रह रहा था। इससे पूर्व भी वह दूसरे मकान में भी किराये पर साथ रहते थे। इस बीच मन्जुदेवी ने एक प्लोट दलाल बोकडिया से ४० हजार रूपये में खरीद कर मकान बनाया। जिसमें लगभग दो से तीन लाख रूपये खर्च हुए। जिसमें से मन्जुदेवी ने सलीम से एक लाख दस हजार रूपये बतौर पगडी मकान बनवाने के लिए। मकान बनने के बाद सलीम भी मन्जुदेवी के मकान में किरायेदार के रूप में रहने लगा। इसी दौरान सलीम व मन्जुदेवी के मध्य प्रेम प्रसंग भी बन गए और सलीम तरह-तरह से मन्जु की मदद भी करने लगा। लगभग १७-१८ वर्षो पूर्व मन्जुदेवी ने अपने पति को छोड दिया था और तभी वह अपनी पुत्री के साथ अलग ही रह रही थी। मन्जुदेवी के काम पर चले जाने के बाद कुछ वर्षो पूर्व सलीम मन्जु की पुत्री नेहा से भी सलीम का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। काफी समय तक इस बात की जानकारी मन्जुदेवी को नही थी, मगर कुछ महिनो पूर्व इस प्रेम प्रसंग की जानकारी मन्जुदेवी के कानो तक पहंची, तो उसने सलीम पर मकान खाली करने का दबाव बनाना प्रारम्भ कर दिया और इस पर सलीम ने घर से जाने से मना कर दिया। लगभग ३-४ माह से सलीम के मन्जु व नेहा से संबंध सही नही चल रहे थे। तभी से सलीम के दिमाग में नेहा को रास्ते से हटाने की बात दिमाग में चल रही थी। मगर चल रहे विवाद के कारण वह काफी समय से घर पर नही जा रहा था और वह अपनी बहिन के पास कस्बा चौकी किला रोड सिथत मकान पर ही रह रहा था। इसी कारण वह इस घटना को अंजाम नही दे पा रह था। आखिरकार ५ मार्च को उसने मौका पा कर अपनी प्रेमिका नेहा उर्फ काजल सेन को गला घोंट कर बेहोश करने के बाद मकान में ही बने पानी के टेंक में डाल कर ढक्कन लगा दिया और घर के बाहर ताला लगा कर फरार हो गया।