’’ नारायण सेवा संस्थान के प्रषांत अग्रवाल ने भी किया रक्तदान ’’
उदयपुर, . निरंकारी मिषन की तीन दिवसीय आध्यात्मिक प्रदर्षनी के दूसरे दिन रविवार को शहरवासी भारी संख्या में प्रदर्षनी के अवलोकन हेतु पधारे जहां चल रहें रक्तदान षिविर में रक्तदान दाताओं की लंबी लंबी लाईने देंख कर हर व्यक्ति आष्चर्यचकित था कि मानव मूल्य को जीवित रखनें एवं उन्हें ओंर विकसित करने हेतु निरंकारी भक्त किस प्रकार प्रयासरत हैं। गौरतलब हैं कि ’’निरंकारी बाबा’’ के आह्वान ’’रक्त नालियों में नहीं मानव कि नाडीयों में बहें’’ को चरितार्थ करने हेतु यह रक्तदान षिविर लगाया गया हैं। जिसमें आज 95 यूनिट रक्तदान हुआ ।
प्रारंभ में रक्तदान षिविर का उद्घाटन नारायण सेवा संस्थान के प्रषांत अग्रवाल एवं प्रतिश्ठित समाजसेवी षब्बीर मुस्तफा ने फीता काट कर किया । प्रषांत अग्रवाल निरंकारी मिषन के इस पुनीत कार्य से इतना प्रभावित हुए कि स्वंय को रक्तदान करने से नहीं रोक पाये । प्रषांत अग्रवाल एवं षब्बीर मुस्तफा ने आंगतुक रजिस्टर ;टपेपजवत ठववाद्ध में अपने भाव अंकित करते हुए मिषन के समस्त सामाजिक कार्यो की प्रषंसा की । इस अवसर पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्टी के वाइस चेयरमेन सुखचैन सिंह कंडा ने भी रक्तदान किया ।
रक्तदाताओं के उत्साह को देखते हुए आर.एन.टी. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम भी हतप्रभ थी। उन्होंने बताया की सभी रक्तदान षिविरों में लोगो को रक्तदान के लिये ंहिचकिचाते हुए स्पश्ट देंखा जा सकता हैं। किंतु निरंकारी मिषन में आयोजित रक्तदान षिविर का नज़्ाारा कुछ अलग ही स्थिति दर्षाता है। डाक्टर्स की टीम तब हतप्रभ रह गई। जब कुछ छोटे बच्चों एवं बच्चियों ने भी रक्तदान कि जिद की उन्हें डॉक्टर्स ने समझाया कि बच्चों जब बडें हो जाओ तभी रक्तदान करना । इसी प्रकार भक्तों में कई ऐसे भी थें जिनका हीमोग्लोबीन स्तर कम होने के कारण डॉक्टर्स को मना करना पडा औंर वे मायूस हो कर कहने लगे की अगली बार जब षिविर लगेगा तब तक हम स्वस्थ हो कर अवष्य रक्तदान करेंगें।
प्रदर्षनी प्रभारी कुलदीप सिंह ने इस अवसर पर कहा कि दातार ऐसी कृपा करें कि इसी प्रकार मानव मूल्यों का उत्थान होता रहें एवं भक्त रक्तदान करतें रहे औंर मानव लाभांवित होता रहे। इस अवसर पर चित्तौडगढ षाखा के संयोजक भोलाराम जी अनेक साथी संतो के साथ इस रक्तदान षिविर में सम्मिलित हुए साथ ही रक्तदान के प्रति समर्पित जानेमाने समाजसेवी रविंद्रपाल सिंह कप्पू ने भी भाग लिया।