सुखाडिया विश्वविद्यालय में बैगलॉग का मुद्दा
उदयपुर, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के विभिन्न पदों के मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में बैगलॉग के पदों को समाप्त करने के अन्यायपूर्ण षडयंत्र के विरोध में अनुसूचित जाति/जनजाति की ११ संस्थानों ने विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के समक्ष कुलपति आई वी त्रिवेदी का पुतला जलाकर कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाये।
सुखाडिया विश्वविद्यालय के ५३ वर्षों के इतिहास में पहली बार किसी कुलपति का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन की यह प्रथम घटना है। ज्ञातव्य है कि विश्वविद्यालय ने अजा/जजा वर्ग के लिपिकों के क्रमश: १० एवं ८ पदों के बैगलॉग को षडयंत्रपूर्ण तरीके से समाप्त कर वर्तमान में विज्ञापित इन वर्गों के क्रमश: ३ एवं ३ कुल छह पदों के लिए परीक्षा आयोजित की जा रही है। अजा/जजा के सामाजिक संगठनों में डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल वेलपे*यर सोसायटी के उपाध्यक्ष प्रदीप नारवारिया, समता सैनिक दल के जिला सचिव दीपक चांवरिया, राजस्थान क्षत्रिय दमामी महासभा के अध्यक्ष घनश्याम लाल वर्मा, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष मेघराज तावड, राजस्थान आदिवासी महासभा के महासचिव सोमेश्वर मीणा, राजस्थान आदिवासी संघ जयपुर के संयोजक भूपत सिंह भगोरा, अखिल भारतीय सालवी (बुनकर) महासभा संस्थान के प्रवक्ता एडवोकेट पी. आर. सालवी, राजस्थान अनुसूचित जाति/जनजाति छात्र संगठन के अध्यक्ष जगदीशचन्द्र सालवी एवं अखिल भारतीय वाल्मिकी समाज विकास परिषद के संभागीय प्रवक्ता गोपाल लाल सरपटा सहित लगभग २५० लोग आंदोलन/धरना प्रदर्शन के दौरान उपस्थित थे। इस दौरान विश्वविद्यालय के अजा/जजा वर्ग के छात्रों, शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने भी इस आंदोलन में भाग लेकर विरोध प्रदर्शित किया।