विधानसभा चुनाव- 2013 के लिए दमदार प्रत्याशियों के चयन में कांग्रेस और भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी। दोनों ही पार्टियों ने आला नेताओं की मशक्कत आखिरी पड़ाव पर है और उम्मीद की जा रही है कि दिवाली तक दावेदारों को टिकटों का तोहफा मिल जाए
कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति कल लगा सकती है प्रत्याशियों पर मोहर
राजस्थान व मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी तय करने के लिए केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक अब शुक्रवार की बजाए 2 नवम्बर को होगी। समझा जा रहा है कि बैठक में राजस्थान की सभी तथा मध्यप्रदेश की बची सीटों को लेकर फैसला कर लिया जाएगा।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राजस्थान छानबीन समिति को शुक्रवार तक पैनल सौंपने को कहा गया है। समझा जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही प्रत्याशियों की सूची जारी हो पाएगी। हालांकि अधिकृत रूप से सूची जारी करने को लेकर कोई कुछ नहीं बोल रहा। मुख्यमंत्री गहलोत ने आज भी यही दोहराया कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद सूची जारी हो सकती है।
इस बीच आलाकमान के आदेश के बाद राजस्थान की छानबीन समिति बची हुई सीटों पर पैनल बनाने का काम गुरूवार को पूरा नहीं कर पाई। मुख्यमंत्री गहलोत ने बैठक के बाद बताया कि छानबीन समिति की बैठक शुक्रवार को फिर होगी। आज की बैठक की दो खास बातें रही। एक तो बैठक हरियाणा स्टेट गेस्ट हाउस की जगह हिमाचल सदन में हुई। दूसरी बात यह कि समिति के सदस्य न होने के बाद भी पार्टी महासचिव सीपी जोशी पहली बार बैठक में शामिल हुए। समझा जा रहा है कि खींचतान वाली सीटों पर फैसले के लिए समिति ने जोशी को बुलाया था। सूत्रों का कहना है कि कुछ सीटों को लेकर बैठक में काफी गरमागर्मी भी हुई।
मीणा व बैंसला से बातचीत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक के बाद बताया कि चुनाव के समय किरोड़ी लाल मीणा हों या बैंसला, दोनों से बात चलती रहती है।
यदि फैसला होता है तो वे उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने दावा किया कि पार्टी प्रदेश में फिर से भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।
पार्टी दुविधा में
कांग्रेस महासचिव सीपी जोशी के चुनाव लड़ने पर आज भी सवाल उठे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा। जोशी के चुनाव लडाने को लेकर भी पार्टी दुविधा में है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यदि जोशी चुनाव लड़े तो सीधा संदेश होगा कि वे जीतने पर मुख्यमंत्री के दावेदार होंगे। इससे गुटबाजी और बढेगी। वहीं, बाकी सांसदों को भी चुनाव लड़ने से नहीं रोका जा सकेगा।
अजीत मैंदोला
राजे का होम वर्क पूरा, सभी सीटों पर सिंगल पैनल तैयार
राजस्थान का “रण” जीतने के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने प्रत्याशी चयन को लेकर अपना होम वर्क पूरा कर लिया है। माना जा रहा है कि संगठन के फीडबैक और सर्वे से आए रूझानों को वरीयता देते हुए राजे ने विधानसभा की सभी 200 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं।
इनका ऎलान पांच नवम्बर को होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद हो सकता है। राज्य चुनाव समिति की बैठक के बाद राजे पिछले दो दिनों से अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली में अपने आवास पर प्रत्याशियों के नाम पर मंत्रणा करती रहीं। बुधवार को चले सात घंटे की बैठक के बाद गुरूवार को भी लगभग सात घंटे बैठक चली, जिसमें नामों का पैनल तैयार हो पाया।
सूत्रों की मानें तो राजे ने सभी 200 सीटों पर एक-एक नाम का पैनल तैयार कर लिया है। बैठक में प्रदेश प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी, सह संगठन मंत्री सौदान सिंह, वी सतीश, राष्ट्रीय सचिव भूपेंद्र यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया मौजूद थे। इधर, पार्टी के मौजूदा सांसद प्रत्याशी चयन के मामले में अपनी नजरअंदाजी से आहत हैं। उनकी दलील है कि एक ओर कांग्रेस पार्टी अपने सभी नेताओं को साधकर उम्मीदवार तय कर रही है, वहीं उनकी पार्टी में उन्हें किसी ने प्रत्याशी चयन के मामले में पूछा तक नहीं है।
बैठक पर संशय
अब राज्य चुनाव समिति की बैठक नहीं होगी, सीधे दीवाली के बाद पांच नवम्बर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों का ऎलान हो जाएगा। एक नेता ने बताया कि मौजूदा विधायकों में से महज दस से बारह का पत्ता साफ होगा, शेष विधायकों को पार्टी मैदान में उतारने जा रही है। राज्य की राजनीतिक हालातों को लेकर आ रहे सर्वे से भाजपा में खुशी की लहर है।
“कहां से दोगे टिकट”
प्रदेश भाजपा कार्यालय में हवामहल विस क्षेत्र से टिकट को लेकर काफी चर्चाएं रहीं। दीया कुमारी, सुरेन्द्र पारीक, अजय पारीक के नामों पर जोड़-बाकी, गुणा-भाग लगाते नजर आए। लोगों ने कहा कि यहां से तो दीया कुमारी को टिकट मिल सकता है। कुछ का कहना था कि ब्राह्मण को कहां से मिलेगा टिकट, यह सीट ब्राह्मण बाहुल्य है। बहस काफी देर तक चली, कोई नतीजा नहीं निकला।