इन तस्वीरों को देख कर अंदाज़ा लगाया जा सकता है की ये हादसा कितना भयानक होगा। हर जगह चीख पुकार , एक के ऊपर एक भिड़े हुए रेल गाडी के डिब्बे , घायलों को बाते लोग। जो बच गए वो खुशकिस्मत थे। लेकिन कइयों के घरों के चराग बुझ गए। कोई डिब्बे के निचे फंसा हुआ है तो कोई डिब्बों के बिच में फंसा हुआ है चारों तरफ बस चीख पुकार मची हुई थी।
बीकानेर से गुवाहटी ( Bikaner to Guwahti) जाने वाली बीकानेर एक्सप्रेस (Bikaner Express) पश्चिम बंगाल के पास हादसे का शिकार हो गयी। अचानक मानगुडी के डोमोहानी के पास बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन की १२ बोगियां पटरी से उतर गयी और सवारियों से चार डिब्े प तरह से पलट गए। इनमे से एक डिब्बा पटरी के नज़दीक पानी में भी उतर गया।
बताया ये जा रहा है की ट्रेन में करीब 700 यात्री थे जो अलग अलग स्टेशनों से चढ़े थे। जैसे ही ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे तो पहले शोर हुआ और उसके बाद वही शोर चीखों में तब्दील हो गया चरों तरफ अफरा तफरी मच गयी। रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस तुरंत एक्शन में आगयी और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया। एम्बुलेंस भी पहुंची और घायलों को हस्पट लज का काम शुरू हो गया। जहाँ ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ वहां आसपास के किसी भी स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव नहीं था। इसलिए फ़ौरन बचाव दल भी नहीं आसका।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख, गंभीर रूप से घायलों को एक लाख और कम गंभीर लोगों को 25 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
रेलमंत्री ने हादसे के बारे में प्रधानमंत्री से बात की है वही प्रधानमंत्री ने हादस पर दुख जात हुए शचिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जीं से बात की है।
बीकानेर एक्सप्रेस बीकानेर से चलती है जहाँ पर रास्ते में कुल 34 स्टेशन पड़ते है। करीब 48 घंटे का सफर होता है जिसमे राजस्थान , यूपी, बिहार पश्चिम बंगाल और असम के कई बड़े स्टेशन पड़ते है।
बहरहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है हालाँकि रेस्क्यू ऑपरेशन करने वालों को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
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