बिहार विधानसभा चुनावों के परिणाम को लेकर पाकिस्तान में भले ही पटाखे नहीं छूटे हों लेकिन सोशल मीडिया पर यूजर्स ने जमकर धूमधड़ाका किया और भाजपा की हार पर कई चटपटी टिप्पणियां की। सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के साथ ही ट्विटर पर हैशटेग ‘#BiharResults ‘ ट्रेंड करने लगा और दिनभर टॉप पर बना रहा।
इस दौरान यूजर्स ने भाजपा की हार के बहाने गाय, पाकिस्तान, असहिष्णुता पर टिप्पणी की और भाजपा को आगे के लिए नसीहत भी दे डाली। मजेदार बात यह है कि ट्विटर पर भारतीयों के अलावा पाकिस्तानियों ने भी जमकर आतिशबाजी की।
ट्विटर पर आरती सवाल करती हैं कि बिहार को खरीदने के लिए मोदी जी ने जिस पैकेज की बोली लगाई थी वो चुनाव हारने के बाद भी मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए एक लाख 65 हजार करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा कर रखी है। हालांकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने साफ किया है कि बिहार को पैकेज दिया जाएगा।
आकृति मट्टू ने लिखा कि भारतीय चुनावों के बारे में अच्छी बात यह है कि औसत मतदाता के मन की थाह लेना बहुत मुश्किल है। किसी भी तरह के आडंबर से उसे मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है।
नम्रता साहू का कहना था कि भाजपा ने पिछले चुनावों में 91 सीटें जीती थीं और इस बार वह 60 पर आ गई है। क्या यह मोदी सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह है।
स्नेहल गांधी ने कहा, ‘भाजपा के लिए सलाह- गाय वोट नहीं देती है लोग देते हैं।‘ एक अन्य टिप्पणी थी कि भाजपा की गाय पर ‘घर वापसी‘ हुई है। एक टिप्पणी यह भी थी कि बिहार चुनावों में भाजपा की सीटों की संख्या डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत से भी कम रही।
महेंद्र रघुवंशी ने ट्वीट किया, ‘आज बिहार की जनता चिल्ला चिल्ला के पूछ रही है मोदी से कितनी सीट दूं। तीस दूं या 40-50 दूं या 60 दूं। पाकिस्तान में भी लोगों ने ट्वीटर पर बिहार जीत पर खूब टिप्पणी की है।
नसीम जेहरा लिखती हैं, ‘बीजेपी संघ राजनीतिक आक्रमण में उन सभी को पाकिस्तानी कहा जा रहा है जो उनके विरोध में हैं। ये घटिया राजनीति है।‘
अली कामरान चिश्ती का ट्वीट है, ‘जो न कटे आरी से वो कटे बिहारी से।‘
स्नाइपर नाम के एक हैंडल ने ट्वीट किया है, ‘यहां पाकिस्तान में हाफिज सईद जैसे लोग मोदी की जीत का इंत•ाार कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि मोदी की जीत हो तो तनाव बढ़ता रहे।’
‘सच है माता कभी कुमाता नहीं होती देखिये न गौ माता का चारा खा जाने वाले बेटे लालू को भी गौ माता ने जीत दिया ‘