उदयपुर। मौसम के दिन-रात बदलाव और तापमान के अंतर की वजह से अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हंै। अस्पताल में वायरल बुखार, जैसे खांसी, जुकाम, डायरिया के मरीज पिछले दिनों की तुलना में बढ़े हंै। ऐसे में आउटडोर के साथ इनडोर में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। महाराणा भूपाल चिकित्सालय के आउटडोर में सुबह इतनी भीड़ हो जाती है कि आउटडोर का टाइम समाप्त होने के बाद भी मरीजों की लाइन खत्म नहीं होती। प्राइवेट क्लीनिकों और निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
एग्जाम टाइम पर बुखार
इस बदलते मौसम में सबसे ज्यादा स्कूल में पढऩे वाले बच्चे और उनके अभिभावक परेशान है। बच्चों में खांसी और बुखार ज्यादा हो रही है, निजी और सरकारी अस्पताल में अन्य की तुलना में स्कूल में पढऩे वाले बच्चे ज्यादा परेशान है। सालभर की पढ़ाई में की गई मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। कई बच्चों को बीमारी के बावजूद भी परीक्षा देने जाना पड़ रहा है। परीक्षा से पहले पढ़ाई नहीं होने से रिज़ल्ट खराब होने की आशंका से भी बच्चे दुखी है।
ठंडी व खुली खाद्य सामग्री खाने से बचे
चिकित्सकों के अनुसार दिन में गर्मी और रात में सर्दी होने से वायरल की चपेट में आने की आशंका रहती है। इसलिए ऐसे मौसम में खान-पान का विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही खुले में बिकने वाली खाद्य सामग्री के सेवन से बचना चाहिए। साथ ही बर्फ, फ्रीज का पानी, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक का उपयोग अभी नहीं करना चाहिए।
:तापमान में उतार चढ़ाव की वजह से पिछले डेढ़ सप्ताह से वायरल बुखार, खांसी, जुकाम के मरीज बढ़े हैं। बीमारियों से बचने के लिए इस सीजन में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। ठंडी चीजों से बचे और सुबह व रात को गर्म कपड़े पहने।
-सीपी माथुर, फिजिशियन
मौसम के बदले मिजाज ने बिगाड़ी सेहत
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