उदयपुर। ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या पर आज शनिदेव की जयंती मनाई गई। शहर के लोहा बाजार, सेक्टर 14 चुंंगीनाका व खेमपुरा रेलवे Èाटक के पास स्थित शनि मंदिरों में शनिदेव जयंती पर कई आयोजन हुए। लोहा बाजार स्थित शनि मंदिर के पुजारी भवानी शंकर जोशी ने बताया कि शनि जयंती पर शनि प्रतिमा को स्वर्ण आंगी व अन्नकूट की झांकी धराई गई। शनि जयंती पर सुबह से ही सभी मंदिरों में भक्तों के भड़ी लग गई है। जयंती के उपलक्ष्य में मंदिर पर विद्युत रोशनी की सजावट की गई। शाम सात बजे महाआरती की जाएगी। रात को शनिदेव कथा व भजन संध्या होगी। सेक्टर 14 चुंगीनाका स्थित शनि मंदिर के दिनेश गर्ग ने बताया कि जयंती के मौके पर कई आयोजन होंगे। इसी को लेकर मंदिर समिति की ओर से तैयारी बैठक महंत नारायण गिरी के सान्निध्य में हुई। सुबह साढ़े सात बजे शनि प्रतिमा को स्वर्ण आंगी धराई गई। स्वर्ण आंगी के बाद भगवान शनि देव का अभिषेक किया गया। साथ ही
शनि जयंती पर शनि के योगों का असर
शनि जयंती पर शनि के साथ ही राहु की युति बनी हुई है। आने वाले कई वर्षों में शनि और राहु का ऐसा योग पुन: नहीं बनेगा। शनि और राहु की इस युति में शनि ने कई रूप दिखाए हैं। इस वर्ष शनि जयंती कृत्तिका नक्षत्र में आ रही है। इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य है। शनि सूर्य देव के पुत्र हैं। इसके बावजूद शनि और सूर्य, एक-दूसरे से शत्रु भाव रखते हैं। इस नक्षत्र में शनि जयंती आने से गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा।