उदयपुर। इस भरी गर्मी में जहां लोग छाया तलाशने के लिये पेड़ ढूंढते है, वहीं हरियाली की कमी से प्रकृति का सिस्टम भी बिगड़ा हुआ है। पेड़ लगाने की बड़ी बड़ी बातें होती है वहीं नगर निगम द्वारा बापू बाज़ार में हरे भरे पेड़ों पर कुल्हाडी चलाई जा रही है। पूछने पर बताते है कि हादसे को रोकने के लिये पेड़ काटे जा रहे है। इस प्रकार की पेड़ों की कटाई अवैध है क्योंकि हरे पेड़ काटने के लिए तहसीलदार अथवा कलेक्टर की स्वीकृति आज दिन में नगर निगम ने अपने पुरे ताम झाम के साथ बापू बाजार मे पेङों पर कहर बरसा दिया। सबसे पहले बैंक तिराहे के आगे एक घने छायादार हरे भरे गुलमोहर के पेड़ को जड़ से उखाड़ दिया। उसके बाद सूरजपोल की तरफ आगे बढ़ते हुए दो पेड़ों की टहनियों की छंटाई ऐसे की कि कोई हरियाली उन पेड़ों पर नहीं रही। नगर निगम का कहर बापू बाज़ार के हरे भरे पेड़ों पर अभी भी जारी है। गैराज अधीक्षक बाबूलाल और स्वास्थ समिति के अध्यक्ष पारस सिंघवी के अनुसार बड़े-बड़े पेड़ों का बारिश में हवा चलने पर गिरने का खतरा है। इसलिए इनकी कटाई हो रही है।
कटाई के बजाय मजबूत करने के उपाय होने चाहिए
जानकारों के अनुसार हर पेड़ को बचाने के लिये हर सम्भव प्रयास किये जाने चाहिये। अगर वह कमजोर हो गया है तो ऐसे कई उपाय हैं जिससे उसे जड़ से मजबूत किया जा सकता है। लेकिन पेड़ को जड़ से काटना कोई उपाय नहीं है।
।